जंगल की आग से चार गोशालाएं राख
संवाद सूत्र, बैजरो: गढ़वाल वन प्रभाग के साथ ही भूमि संरक्षण वन प्रभाग के जंगलों में लगी आग गांवों तक
संवाद सूत्र, बैजरो: गढ़वाल वन प्रभाग के साथ ही भूमि संरक्षण वन प्रभाग के जंगलों में लगी आग गांवों तक पहुंचने लगी है। अलग-अलग स्थानों पर आग से चार पशुपालकों की गोशालाएं राख हो गई। हैरानी की बात यह है कि वन विभाग की ओर से आग बुझाने को कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे।
जनपद के वीरोंखाल, थलीसैण व पोखड़ा प्रखंडों के जंगल पिछले कई दिनों से धधक रहे हैं, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं। क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसा जंगल हो, जहां आग की लपटों के साथ धुंध न उठ रही हो। क्षेत्र में चारों ओर काले पहाड़ न उनसे उठता धुंआ ही नजर आ रहा है।
जंगलों में लगी आग धीरे-धीरे गांवों की ओर भी बढ़ने लगी है। आग के कारण क्षेत्र के कई गांवों में लोगों की निजी भूमि में उगाई गई घास भी दावानल की भेंट चढ़ गई है। दावानल के कारण ग्राम हल्दोडू निवासी विनोद नेगी, विजयपाल ¨सह नेगी व विनीता नेगी के अलावा ग्राम कन्यूर निवासी हीरामणि की गोशाला के साथ ही लकड़ियां व भूसा भी जलकर राख हो गया। इधर, आग के कारण नौगांव निवासी प्रद्युमन कंडारी व स्यूंसी निवासी जगदीश जुयाल के आवास दावानल से घिर गए। ग्रामीणों के सहयोग से किसी तरह आग पर काबू पा दोनों आवासों को बचाया। रेंज अधिकारी ओमप्रकाश मधवाल ने बताया कि विभाग की ओर से क्षेत्र के जंगलों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों की तलाश की जा रही है।
प्रभावितों को बांटा राशन
मंगलवार को लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज में दावानल की चपेट में आकर झोपड़ियों गंवाने वाले गुर्ज्जर परिवारों को बुधवार को प्रशासन की ओर से राशन सहित अन्य जरुरी सामान वितरित किया गया। तहसीलदार अबरार हुसैन ने बताया कि बुधवार को प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच सामग्री वितरित की।