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राजस्व चाहिए तो नीली बत्तियां वापस लें सीएम: डॉ. जोशी

जागरण संवाददाता, पौड़ी: पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी गांव बसाओ अभियान के तहत सोमवार को पौड़ी पहुंचे। उन

By Edited By: Published: Tue, 01 Dec 2015 01:01 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2015 01:01 AM (IST)
राजस्व चाहिए तो नीली बत्तियां वापस लें सीएम: डॉ. जोशी

जागरण संवाददाता, पौड़ी: पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी गांव बसाओ अभियान के तहत सोमवार को पौड़ी पहुंचे। उन्होंने सीएम को जरूरी राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि दो हजार करोड़ का राजस्व चाहिए तो सीएम को तीन सौ नीली बत्ती समेत अन्य बत्तियां वापस ले लेनी चाहिए।

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इस मौके पर डॉ. जोशी ने कहा कि चार धाम वाले उत्तराखंड की अलग ही पहचान है। मगर उम्मीद के विपरीत राज्य का विकास नहीं हो पाया। इस मौके पर उन्होंने बांध बनाने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि एक ओर बांध बनाए जा रहे हैं, तो दूसरी ओर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पौड़ी की पहचान विषय को लेकर अप्रैल में पौड़ी में एक गोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें उपेक्षा से जुडे़ प्रश्नों के जबाव मांगे जाएंगे। उन्होंने देहरादून में दिसंबर में युवाओं के सम्मेलन तथा फरवरी में ग्राम पंचायत संगठन के प्रतिनिधियों के सम्मेलन की बात भी कही। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता पुष्कर जोशी भी शामिल थे।

सरकार को सिर्फ स्र्माट सिटी की चिंता

गांव बसाओ अभियान के प्रणेता डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि सरकार को सिर्फ स्मार्ट सिटी और फ्लाई ओवर की चिंता है। जबकि गांव के गांव हर साल खाली होते जा रहे हैं। गांव की दुर्दशा सुधारने के लिए सरकार के पास कोई नीति नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन की बात दिल्ली और देहरादून में की जाती है। गांवों की क्या दशा है, इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा।

सीएम को भेजा पत्र, पर नहीं आया जवाब

डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि गांव बचाओ अभियान के तहत उन्होने करीब तीन हजार किमी का सफर किया। उन्होंने कहा कि सीएम के निमंत्रण पर उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की वस्तुस्थिति अवगत कराने को पत्र भेजा। मगर आज तक उनका कोई जवाब नहीं आया, और नहीं आने की उम्मीद है।


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