चार दशक पर भारी पड़ी 23 किमी सड़क
संवाद सूत्र, धुमाकोट: चालीस साल पर 23 किमी की सड़क भारी पड़ गई। स्थिति यह है कि इतने साल भी महज 23 किम
संवाद सूत्र, धुमाकोट: चालीस साल पर 23 किमी की सड़क भारी पड़ गई। स्थिति यह है कि इतने साल भी महज 23 किमी की सड़क पूरी नहीं हो पाई। प्रखंड नैनीडांडा अन्तर्गत जडाऊखांद-मजेडा बैंड मोटर मार्ग पर पुल न बनने से मार्ग का कार्य अधर में लटका हुआ है। चार दशकों से निर्माणाधीन जड़ाऊखांद-मजेड़ा बैंड मोटर मार्ग पर पुल नहीं बनने से ग्रामीणों को भी मार्ग का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इन सबके चलते करीब 15 हजार की आबादी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।
23 किमी लंबी जड़ाऊखांद-मजेड़ा बैंड मोटर मार्ग के लिए ग्रामीणों ने 40 साल का लंबा इंतजार किया है। अब जब मार्ग करीब-करीब तैयार है, मगर बीच में धौलियाणा पुल नहीं बनने से एक किमी का निर्माण कार्य 40 साल पर भारी पड़ता दिख रहा है। पुल का कार्य लोनिवि बैजरों के पास है। मजेड़ा बैंड से लगभग 12 किमी मार्ग का निर्माण पीएमजीएसवाई ने पूरा कर दिया है। वहीं जडाऊखांद की ओर से लगभग तीन किमी मार्ग पीएमजीएसवाई व सात किमी निर्माण लोनिवि ने भी पूरा तैयार कर दिया है। मगर मार्ग पर जमणधार धौलियाणा गदेरे पर पुल न बनने से बचा एक किमी सड़क निर्माण नहीं हो पा रहा है। मार्ग बनने से इडियाकोट व गुजडू पट्टी के कोचियार, जमणधार, किनाथ, कलखोबिया, दिगोली, सैंडली, सिरखेत, सहित एक दर्जन से अधिक ग्राम सभाओं की 15 हजार की आबादी को लाभ पहुंचना है। पूर्व ज्येष्ठ उप प्रमुख सुरेन्द्र बिष्ट, सामाजिक कार्यकर्ता टिंकू रावत, पृथ्वीपाल पर्नवाल, जगमोहन सिंह आदि ने पुल का कार्य शीघ्र शुरू न करने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
वहीं इस संबंध में अवर अभियंता लोनिवि आर चौहान ने बताया कि शासन स्तर स्वीकृति मिलते ही पुल की निविदा आमंत्रित की जाएगी।