पॉलीटेक्निक प्रेक्षागृह में बंट रहा राशन
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: वर्ष 2013 की आपदा में खाद्य आपूर्ति विभाग का खाद्यान्न गोदाम पूरी त
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: वर्ष 2013 की आपदा में खाद्य आपूर्ति विभाग का खाद्यान्न गोदाम पूरी तरह तबाह हो गया। अस्थाई व्यवस्था पर राजकीय पॉलीटेक्निक श्रीनगर के ऑडिटोरियम से ही खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। हैरत की बात है कि डेढ़ वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद अब तक नया गोदाम नहीं बन सका। जिसका खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ रहा है।
लोअर भक्तियाना में अलकनंदा नदी तट पर स्थित श्रीनगर का खाद्यान्न गोदाम जून 2013 की बाढ़ के बाद मलबे में दब गया था। जिसके बाद प्रशासन ने राजकीय पॉलीटेक्निक श्रीनगर के प्रेक्षागृह में अस्थाई खाद्यान्न गोदाम की व्यवस्था करवाई। डेढ़ साल बीत जाने पर भी ऑडिटोरियम में ही पॉलीटेक्निक और एनआइटी के कार्यक्रम आयोजन के साथ खाद्यान्न वितरण हो रहा है। ऑडिटोरियम हॉल के एक ओर राशन के गेहूं, चावल, चीनी की बोरियां रखी हैं। इसी हॉल में ही वरिष्ठ पूर्ति निरीक्षक का कार्यालय भी है। गोदाम के कारण संस्थान के छात्रों को इस प्रेक्षागृह का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। संस्थान को कार्यक्रम आयोजनों में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस प्रेक्षागृह को खाली करवाने को लेकर दो बार जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अनुरोध भी किया जा चुका है। सेमीनार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में भी दिक्कतें आती हैं।
डॉ. एसके गुप्ता, प्रभारी प्रधानाचार्य राजकीय पॉलीटेक्निक श्रीनगर
खाद्यान्न आवंटन की आवश्यकता व जनसुविधाओं को देखते हुए यहां अस्थायी व्यवस्था की गई है। नए खाद्यान्न गोदाम के लिए खाद्यान्न विभाग को श्रीनगर बुघाणी रोड पर पांच नाली जमीन आवंटित की जा चुकी है।
रजा अब्बास, उपजिलाधिकारी श्रीनगर
श्रीनगर में आवंटित पांच नाली भूमि पर 500 मीट्रिक टन क्षमता का नया खाद्यान्न गोदाम विश्व बैंक की सहायता से बनना है। नए गोदाम की लागत एक करोड़ 70 लाख है। बजट मिलते ही गोदाम का निर्माण कार्य करा दिया जाएगा।
केएस बिष्ट, जिला पूर्ति अधिकारी पौड़ी