शिक्षा संकाय बना ओवरऑल चैम्पियन
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गढ़वाल विश्वविद्यालय के चौरास और बिड़ला परिसर की दो दिवसीय अंतर संका
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गढ़वाल विश्वविद्यालय के चौरास और बिड़ला परिसर की दो दिवसीय अंतर संकाय खेलकूद प्रतियोगिताएं गुरुवार को चौरास स्टेडियम में संपन्न हो गयीं। 66 अंक लेकर शिक्षा संकाय ने चैम्पियनशिप पर कब्जा किया। 11 अंक लेकर वाणिज्य संकाय दूसरे स्थान पर रहा। शिक्षा संकाय की पूनम पुरोहित महिला वर्ग में चैम्पियन बनी। पुरुष वर्ग की चैम्पियनशिप पर विज्ञान संकाय के शिवम नेगी ने कब्जा किया। गढ़वाल विवि खेल विभाग के निदेशक डॉ. सीपी सिंह और विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एससी भट्ट ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
गुरुवार को प्रतियोगिता के दूसरे और अंतिम दिन आयोजित महिला वर्ग की पांच किमी वॉक में शिक्षा संकाय की किरन प्रथम रही। सुनीता ने दूसरा स्थान, वाणिज्य की सुरभि नेगी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 200 मीटर दौड़ में शिक्षा संकाय की ममता मेहता प्रथम, नीता नेगी द्वितीय, वाणिज्य की मनीषा लिंगवाल तृतीय रही।
पुरुष वर्ग की 20 किमी वॉक प्रतियोगिता में वाणिज्य संकाय का विकास शाह प्रथम, दीपक बिष्ट द्वितीय, कृषि का राधेश्याम तृतीय रहा। दस हजार मीटर दौड़ में कला संकाय का जगदीश सिंह प्रथम, वाणिज्य का पंकज चौहान द्वितीय, शैलेश भट्ट तृतीय रहा। त्रिकूद में वाणिज्य संकाय का संदीप भट्ट प्रथम, शिक्षा का गोपाल मेहरा द्वितीय, प्रबन्धन का सुनील सकलानी तृतीय रहा। 200 मीटर दौड़ में विज्ञान संकाय का शिवम नेगी प्रथम, रोशन कुमार द्वितीय, शिक्षा का नितीश नेगी तृतीय रहा। तार गोला फेंक में इंजीनियरिंग संकाय का विवेक सैनी प्रथम, वाणिज्य का सूरज तड़ियाल द्वितीय, शिक्षा का करन सिंह तृतीय रहा। 400 मीटर दौड़ में कृषि संकाय का संजय भाकुनी प्रथम, विज्ञान का ताजबर द्वितीय, राहुल तृतीय रहा।
महिला वर्ग की 400 मीटर दौड़ में शिक्षा संकाय की पूनम पुरोहित प्रथम रही। मनीषा नेगी द्वितीय, प्रतिभा थपलियाल तृतीय रही। तार गोलाफेंक में शिक्षा संकाय की अनीता बिष्ट प्रथम, प्रतिभा थपलियाल द्वितीय, राखी तृतीय रही। विवि खेल कमेटी के सचिव डॉ. जेपी भट्ट ने अतिथियों व खिलाड़ियों का आभार व्यक्त किया। डॉ. विनोद कुमार शाह, डॉ. एपीएस नेगी, डॉ. सुरेंद्र, डॉ. रजनी रौथाण, रमेश रावत, वंदना डोभाल ने प्रतियोगिताओं के आयोजन में विशेष सहयोग दिया।