स्थिति बदहाल, तिजोरी में बजट
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : नगर पालिका कूड़ा निस्तारण को लेकर पिछले तीन सालों से लगातार नई योजनाएं तैयार
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : नगर पालिका कूड़ा निस्तारण को लेकर पिछले तीन सालों से लगातार नई योजनाएं तैयार कर रही है। लेकिन, जिस योजना को शासन ने एक वर्ष पहले बजट मुहैया कराया, उस योजना को पूरा करने के बजाय पालिका बजट पर कुंडली मार कर बैठी है।
नगर पालिका का ट्रैचिंग ग्राउंड आसपास के लोगों व ग्राम रतनपुर के लिए पिछले तीन सालों से सरदर्द बना हुआ है। यहां पड़े कूड़े से उठ रही दुर्गध ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। रतनपुर के ग्रामीण पालिका को कई बार चेता भी चुके हैं। कोर्ट में भी मामला लंबित चल रहा है। पूर्व में कोर्ट वैज्ञानिक विधि से कूड़ा निस्तारण के आदेश भी दे चुका है। बावजूद इसके नगर पालिका सुध नहीं ले रही है। आलम यह है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद नगर पालिका शासन से मिले बजट का उपयोग नहीं कर रही है।
दरअसल, शासन ने करीब एक वर्ष पूर्व ट्रैचिंग्र ग्राउंड में जैविक कूड़े को निर्धारित मानकों के अनुरूप पिट (गढ्डे) बनाकर खाद बनाने को कहा था। इसके लिए पालिका को 28 लाख का बजट भी मुहैया कराया गया। लेकिन, एक वर्ष बाद भी पालिका ने पिट बनाना तो दूर, शासन की योजना का अध्ययन तक नहीं किया। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
नहीं हुए सकारात्मक प्रयास
यदि नगर पालिका शासन की योजना के तहत कार्य करती तो पालिका को ट्रैचिंग ग्राउंड में पड़े कूड़े के ढेर से भी निजात मिल सकती थी। योजना के तहत कूड़े की छंटाई कर जैविक कूड़े को गढ्डों में डाला जाना था। इससे एक तो अजैविक कूड़ा अलग हो जाता, दूसरा ग्राउंड में इधर-उधर बिखरा कूड़ा गढ्डों में डाले जाने से कूड़े का ढेर भी कम हो जाता।
ट्रैचिंग ग्राउंड में अत्यधिक कूड़ा होने के कारण पिट बनाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। पिट निर्माण के लिए भूमि की तलाश की जा रही है। भूमि उपलब्ध होते ही पिट का निर्माण किया जाएगा।
रश्मि राणा, अध्यक्ष, नगर पालिका कोटद्वार