'शेरनी' के नाम पर पुरस्कार
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
हमलावर गुलदार को ढेरकर खुद की जान बचाने वाली रुद्रप्रयाग जिले की शेरनी यानि कमला देवी के नाम पर राज्य सरकार वीरता पुरस्कार शुरू करेगी। अदम्य साहस का परिचय देने वाली महिलाओं को नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर ये पुरस्कार दिए जाएंगे। रविवार को श्रीनगर बेस अस्पताल में इलाज करा रही घायल कमला देवी का हाल पूछने गए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह ऐलान किया।
काबिलगौर है कि रुद्रप्रयाग जिले में जखोली ब्लाक के कोटी गांव निवासी कमला पर बीती 24 अगस्त को गुलदार ने जानलेवा हमला किया था। 56 वर्षीय कमला उस वक्त गांव से दो किलोमीटर दूर अपने खेतों से नजदीक गदेरे में कपड़े धोने गई थीं। कमला ने साहस का परिचय देते हुए दरांती और कुदाल से हमलावार गुलदार पर वार कर उसे ढेर कर दिया, हालांकि हमले में वह खुद भी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसी दिन से कमला का श्रीनगर बेस अस्पताल में उपचार चल रहा है, उनकी हालत पहले से काफी बेहतर है, डाक्टरों ने उन्हें किसी तरह का खतरा न होने की बात कही है।
इस बीच, रविवार को मुख्यमंत्री श्रीनगर दौरे पर थे, उन्होंने अस्पताल जाकर कमला से मुलाकात कर उनका हाल जाना। सीएम ने उनके साहस और वीरता का तारीफ करते हुए उनके नाम पर राज्य में वीरता पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है। सीएम ने कहा कि पहाड़ की महिलाएं वीरता और शौर्य की प्रतीक भी होती हैं, कमला देवी ने इसे सिद्ध कर भी दिखाया। राज्य स्थापना दिवस पर इस पुस्कार को देने की शुरुआत की जाएगी।