आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मिले 15 हजार वेतन
जागरण संवाददाता, पौड़ी: सीटू से संबद्ध आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने समेकित बाल विकास सेवा योजना को निजि हाथों में दिए जाने के निर्णय का विरोध शुरू कर दिया है। इसके लिए कार्यकत्रियों ने आगामी 20 सितंबर को देहरादून में प्रदेश स्तरीय बैठक आहूत कर रणनीति बनाने का निर्णय लिया।
रविवार को सीटू कार्यालय में आहूत बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने केंद्र व राज्य सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया। बैठक में कोट, कल्जीखाल, पौड़ी, थलीसैंण, खिर्सू, पाबौ यूनियन की पदाधिकारियों ने शिरकत की। यूनियन की जिलाध्यक्ष विजया नवानी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार बाल विकास योजना को निजि संगठनों के हाथों सौंपना चाह रही है। कहा कि इससे योजना का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा तथा ठेकेदारी प्रथा को बल मिलेगा। कार्यकत्रियों को न्यूनतम वेतन 15 हजार प्रतिमाह देने, मिनि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अन्य कार्यकत्रियों के बराबर वेतन देने, मानदेय का भुगतान प्रत्येक माह करने सहित विभिन्न समस्याओं का निराकरण न होने पर खासी नाराजगी जताई। इस मौके पर सीटू के जिलामंत्री देवानंद नौटियाल, कोषाध्यक्ष मंजू उनियाल, अनिता चौहान, नीमा रावत, कला देवी, उषा पंत, दमयंती, विद्यावती, अराधना, सुशीला रावत, सरोजनी आदि ने विचार व्यक्त किए।