झूलते तारों में उलझी जिंदगी
संवाद सहयोगी, पौड़ी: आपदा के साथ थनुल गांव में बिजली की तारें भी जिंदगी से खेल रही हैं। गांव में बिजली की तारें जमीन को छूकर गुजर रही हैं। सहमे ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों से लेकर तहसील व जिला दिवस में गुहार लगाई, लेकिन खतरा अभी तक नहीं टल पाया है।
विकास खंड कल्जीखाल के अंतर्गत आता है थनुल गांव। बुनियादी सुविधा के नाम पर यहां विद्युत व्यवस्था तो है लेकिन करंट दौड़ाती लाइनें रोशनी कम और जिंदगी का खतरा अधिक पैदा कर रही हैं। कई जगहों पर तारें जमीन को छू रही हैं। तो कई जगहों पर पांच से सात फीट जमीन से ऊपर से गुजर रही हैं। थनुल की प्रधान ऊमा देवी, बेलम सिंह, सोहन सिंह, पूर्व प्रधान वीरेंद्र दास संजू देवी, पुष्पा देवी आदि ने बताया कि विद्युत लाइन पर लगे लकड़ी के पोल खराब हो गए हैं। पूरे क्षेत्र में तारें बेहिसाब झूल रही हैं। जमीन से नजदीक से गुजर रही तारों ने आम ग्रामीण का जोखिम बढ़ा दिया है। कई बार ग्रामीण करंट से चोटिल भी हो चुके हैं।
'आम ग्रामीण के जोखिम को देखते बिजली तारें व्यवस्थित करने के लिए दो बार तहसील दिवस में परेशानी रखी। कुछ नहीं हुआ। उसके बाद पौड़ी आकर जिला दिवस में मामले को उठाया। वहां से भी सिर्फ आश्वासन ही मिला। अब खतरे में रहने की ही मजबूरी है।
मनमोहन सिंह, ग्राम थनुल
'ग्रामीणों की शिकायत पर लाइन व्यवस्थित करने के लिए तीन नए पोल लगाए गए हैं। सुधार की प्रक्रिया अभी गतिमान है। जल्द ही ग्रामीणों को समस्या से पूर्णत: निजात मिल जाएगी।
अमित आनंद, अधिशासी अभियंता ऊर्जा निगम पौड़ी