सावन में पानी को तरस रहे हलक
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : भाबर क्षेत्र के अंतर्गत जशोधरपुर नलकूप के लाभार्थी उपभोक्ताओं को सावन के महीने में भी पानी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। दरअसल, लो-वोल्टेज के चलते बीते एक सप्ताह से नलकूप की जलापूर्ति लड़खड़ा गई है। इसके बावजूद जल संस्थान व ऊर्जा निगम ग्रामीणों की सुध लेने को तैयार नहीं है।
भाबर क्षेत्र के अंतर्गत जशोधरपुर नलकूप से जशोधरपुर, हल्दूखाता, बालागंज आदि गांवों के लिए जलापूर्ति होती है, लेकिन बीते एक सप्ताह से लो-वोल्टेज के चलते बड़े हिस्से में जलापूर्ति नहीं हो रही है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि कई मर्तबा शिकायत करने के बावजूद जल संस्थान के अधिकारी समस्या का संज्ञान लेने को तैयार नहीं हैं। जल संस्थान के सहायक अभियंता मुकेश कुमार ने बताया कि लो-वोल्टेज के चलते नलकूप संचालन में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बाबत ऊर्जा निगम के अधिकारियों को बता दिया गया है। उधर, विद्युत वितरण खंड कोटद्वार के उपखंड अधिकारी जाकिर हुसैन ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं हैं, फिर भी संबंधित क्षेत्र के अवर अभियंता को समस्या निस्तारण को कहा जाएगा।
महाबगढ़ मंदिर में पेयजल संकट
प्रसिद्ध महाबगढ़ मंदिर में पेयजल संकट गहरा गया है। मंदिर परिसर में बीते दो सप्ताह से पानी की किल्लत बनी हुई है। यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि श्रावण मास में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे है, लेकिन पेयजल उपलब्ध न होने से उन्हें दिक्कत झेलनी पड़ रही है। मंदिर समिति के पुजारी राधेलाल, मदन मोहन आदि ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र जलापूर्ति सुचारु करने की मांग की है।