विधायक और चिकित्सक में झड़प
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में गुरुवार सुबह लैंसडौन के विधायक दलीप रावत की शल्य चिकित्सक डॉ. अरुण पांडे से झड़प हो गई। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के बीच-बचाव कराने के बाद मामला शांत हुआ।
जानकारी के अनुसार प्रखंड रिखणीखाल के अंतर्गत पेट दर्द से पीड़ित ग्राम ढि़कोलिया निवासी शंभू प्रसाद को गुरुवार सुबह करीब सवा आठ बजे राजकीय संयुक्त चिकित्सालय के आकस्मिक कक्ष में लाया गया। आकस्मिक कक्ष में तैनात शल्य चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार पांडे मरीज को प्राथमिक उपचार दे उसकी भर्ती फाइल तैयार कर वार्ड में मार्निग राउंड लेने चले गए। आकस्मिक कक्ष में मौजूद फार्मेसिस्ट व कक्ष सेवक भर्ती मरीज को वार्ड में शिफ्ट किए बगैर ही पूरे दिन की व्यवस्थाएं बनाने यहां-वहां चले गए।
इसी दौरान लैंसडौन क्षेत्र के विधायक दिलीप रावत मरीज के हालचाल जानने चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्हें मरीज आकस्मिक कक्ष में मिला। कक्ष में कोई चिकित्सा कर्मी न होने पर श्री रावत भड़क गए। आकस्मिक कक्ष में विधायक के पहुंचने की सूचना पर डॉ. पांडे आकस्मिक कक्ष में पहुंचे, जहां दोनों में बहस हुई। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आइएस सामंत ने मौके पर पहुंच मामला शांत करवाया।
करीब 15 मिनट इंतजार के बाद भी आकस्मिक कक्ष में कोई कर्मी नहीं पहुंचा था। मरीज दर्द से कराह रहा था। चिकित्सक से इमरजेंसी रूम में कोई कर्मी न होने के संबंध में पूछा, जिस पर चिकित्सक भड़क गए। सीएमओ से इस संबंध में शिकायत की जाएगी।
दिलीप रावत, विधायक, लैंसडौन विस
विधायक का कहना है कि यदि चिकित्सालय में लोड ज्यादा है तो नौकरी छोड़ दो। यह बात काफी बुरी लगी। मरीज को पूरा उपचार दे दिया गया था और सुबह के वक्त भर्ती मरीजों को देखना भी जरूरी था। मरीज के परिजन भी उपचार से पूरी तरह संतुष्ट थे।
डॉ.एके पांडे, शल्य चिकित्सक, राजकीय संयुक्त चिकित्सालय, कोटद्वार