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सुरक्षा पर लाखों फूंके

By Edited By: Published: Mon, 14 Apr 2014 03:26 AM (IST)Updated: Sun, 13 Apr 2014 05:10 PM (IST)
सुरक्षा पर लाखों फूंके

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: हाथी से बचाव के नाम पर सनेह क्षेत्र में बनाई जा रही हाथी सुरक्षा दीवार वन महकमे की लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। दरअसल, विभाग ने हाथी सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए स्थान चयन में ही गड़बड़ी कर दी, इससे सुरक्षा दीवार निर्माण के औचित्य पर ही सवाल उठने लगे हैं। हैरानी की बात यह है कि ग्रामीणों के विरोध के बावजूद विभाग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं।

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लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज से सटे सनेह क्षेत्र के गांवों में हाथियों के उत्पात से शायद ही जनता को निजात मिल पाएगी। दरअसल, क्षेत्र में हाथियों के बढ़ते आतंक के मद्देनजर ग्रामीणों की वर्षो पुरानी मांग पूरी करते हुए शासन ने गत वर्ष हाथी सुरक्षा दीवार के लिए बजट मंजूर किया था, लेकिन सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए स्थल चयन में हुई लापरवाही के चलते योजना पर पलीता लगना तय है। दअरसल, वन विभाग कुभींचौड़ क्षेत्र में जंगल व कोटद्वार-कालागढ़ मोटर मार्ग के मध्य दीवार का निर्माण न कर कोटद्वार-कालागढ़ मोटर मार्ग व बस्ती के ऊपर गुजर रही सड़क के बीच सुरक्षा दीवार बना रहा है। विभाग का तर्क है कि वन भूमि की सरहद पर सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षा दीवार जंगल के बजाय सड़क के नीचे करने से कई स्थानों पर हाथियों के लिए गलियारे खुल जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग का रवैया सुरक्षा से अधिक अपनी भूमि पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण करने जैसा है, इससे सुरक्षा दीवार निर्माण का औचित्य ही नहीं रह जाता।

रामभरोसे सुरक्षा

ग्रामसभा कुंभीचौड़ में जंगल से पास बसे वार्ड संख्या दो के करीब डेढ़ दर्जन परिवारों की हाथी सुरक्षा दीवार निर्माण का लाभ नहीं मिल पाएगा। दरअसल, जंगल से लगी सड़क से सटे होने के चलते इस स्थान पर सुरक्षा दीवार निर्माण का स्थान ही नहीं बचा। ऐसे में लाखों का बजट खर्च होने के बावजूद इनकी सुरक्षा भगवान भरोसे ही रहेगी।

बरसात में कैद होना तय

वन विभाग की लापरवाही के चलते कुभीचौड़ स्थित मनकामेश्वर मंदिर से सटे कुछ परिवारों का बरसात में घरों में कैद होना तय है। दरअसल, यह परिवार बरसात के दिनों में कालागढ़ मार्ग पर बनी पुलिया से आवाजाही करते हैं, लेकिन हाथी सुरक्षा दीवार का निर्माण होने से इन परिवारों का कालागढ़ मार्ग पर पहुंचने का संपर्क मार्ग बंद हो गया है।

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जंगल के सबसे निकट बसी बस्ती में सुरक्षा दीवार नहीं बनाई जा रही है। 15 परिवारों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी गई है।

चंद्र सिंह, कुंभीचौड़

वन विभाग अव्यावहारिक नीति अपना रहा है। वन विभाग सुरक्षा दरकिनार कर वन अपनी सुरक्षा दीवार बनाने जैसा रवैया अपना रहा है।

दीपक पांडे, कुंभीचौड़

गलत स्थान पर सुरक्षा दीवार बनने से जगह-जगह हाथियों के लिए गलियारे छूट गए हैं। ऐसे में सुरक्षा दीवार का औचित्य ही समझ से परे है।

कुलदीप सिंह, कुंभीचौड़

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पूरी स्थिति का अवलोकन कर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जा रहा है। हाथियों की आवाजाही को रोकने के लिए रपटों में बिम डालकर दीवार बनाई जाएगी। जेएस रावत, उप प्रभागीय वनाधिकारी, लैंसडौन वन प्रभाग


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