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गोवंश तस्करी में तीन दबोचे, दो फरार

By Edited By: Published: Fri, 11 Apr 2014 04:25 PM (IST)Updated: Fri, 11 Apr 2014 04:25 PM (IST)
गोवंश तस्करी में तीन दबोचे, दो फरार

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: गुरुवार देर रात पुलिस ने कण्वाश्रम क्षेत्र में गोवंश समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि दो अन्य फरार हो गए। गोवंश पौखाल क्षेत्र से लाया जा रहा था।

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गोवंश तस्करी की सूचना पर पुलिस की अलग-अलग टीमों ने कण्वाश्रम क्षेत्र में जनपद बिजनौर की ओर निकलने वाले जंगल के रास्तों पर नाकेबंदी कर ली। रात में गोवंश हांकते हुए गो-तस्कर जैसे ही पौखाल की ओर से लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के जंगल से होते हुए कण्वाश्रम क्षेत्र में उतरे, पुलिस टीमों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान दो तस्कर भाग निकले। पुलिस टीमों का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ पुलिस उप निरीक्षक देवेंद्र सिंह व कलालघाटी चौकी प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि दबोचे गए तस्करों में जनपद बिजनौर के अंर्तगत जलालाबाद निवासी शाबिद पुत्र लतीफ, शरीफ पुत्र रफीक व याकूब पुत्र नवीबख्स शामिल हैं। जंगल की ओर भाग रहे इन दोनों आरोपियों को दबोचने के प्रयास में कलालघाटी पुलिस का जवान कमलेश सजवाण घायल हो गया। तस्करों के कब्जे से 17 गोवंश बरामद किया गया है।

फिर सवालों में वन विभाग

लैंसडौन वन प्रभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल, गोवंश को बिजनौर की ओर ले जाने के लिए गो-तस्कर जिस कण्वाश्रम- सिमलना वन पैदल मार्ग का उपयोग करते हैं, वह आरक्षित क्षेत्र में पड़ता है। इस क्षेत्र में हाथियों की तादाद भी काफी अधिक है। गत 19 मार्च को इसी क्षेत्र में एक हाथी का सड़ा-गला शव भी बरामद हुआ था। शव करीब तीन माह पुराना था, इसके बाद वन अधिकारी क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के दावे कर रहे थे, लेकिन विभागीय गश्त के हालात यह हैं कि यदि क्षेत्र में गो-तस्कर के बजाए वन्य जीव तस्कर घुस आएं तो भी विभाग को भनक न लगे।

राजस्व पुलिस पर भी सवाल

राजस्व पुलिस की लापरवाही के चलते गोवंश तस्करी के मामलों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। राजस्व क्षेत्रों से लगातार गौवंश तस्करी हो रही है, लेकिन राजस्व पुलिस की नींद नहीं टूट रही। पिछले दो-तीन वर्षो के रिकार्ड पर नजर डालें तो कोटद्वार, कौड़िया, कलालघाटी, सनेह व दुगड्डा चेकपोस्टों पर पकड़े गए गोवंश तस्करी के सभी मामलों में गोवंश पर्वतीय क्षेत्रों से लाना पाया गया। गत 29 मार्च को पुलिस ने कलालघाटी में 22 गोवंश बरामद किए थे। उस दौरान भी तस्करों ने गोवंश पौखाल क्षेत्र से लाने की बात कही थी।


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