शराब पिलाने पर घंटो टला निकाह
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: विवाह समारोह में शराब के खिलाफ धार्मिक संस्था की मुहीम रंग लाने लगी है। इस संबंध में संस्था ने कड़ा रुख अपनाया हुआ है। तंजीम अइम्माए मसाजिद के फैसले को दरकिनार कर शादी में शराब पिलाना एक परिवार को भारी पड़ गया। निकाह के ऐन वक्त इमामों ने शादी में शराब पिलाने को शरीयत के खिलाफ बताते संबंधित परिवार को न सिर्फ कड़ी फटकार लगाई, बल्कि निकाह पढ़ने से भी इन्कार कर दिया। बाद में संबंधित परिवार की फरियाद पर तंजीम की बैठक में लिखित माफीनामे को कुबूल किया गया, इसके बाद ही मौलवी ने निकाह पढ़ा।
नगर क्षेत्र के अंतर्गत एक परिवार को शादी में शराब पिलाना महंगा पड़ गया। जानकारी के अनुसार, इस परिवार में दो युवतियों की शादी गत 22 मार्च को तय हुई थी, लेकिन निकाह के ऐन वक्त इमाम ने शादी में शराब पिलाए जाने पर निकाह पढ़ने से इन्कार कर दिया। बाद में संबंधित परिवार ने तनजीम में अपनी फरियाद रखी। करीब पांच घंटे तक चली बैठक में फरमान जारी होने के बाद पहला मामला होने के चलते लिखित माफीनामे के बाद निकाह पढ़ने का फैसला लिया गया, इसके बाद तय वक्त से करीब छह घंटे बाद निकाह पढ़ा गया।
बताते चलें कि विभिन्न मस्जिदों के मौलवियों की तंजीम (अइम्ममाए मसाजिद) ने गत 28 फरवरी को शादी-ब्याह सहित अन्य समारोहों में शराब व डीजे का प्रयोग पाबंदी लगा दी थी। तंजीम ने शादी समारोह में शराब परोसी जाने व डीजे बजाने पर निकाह न पढ़ने का फरमान जारी किया था। तनजीम के इस फैसले की प्रति बाकायदा मस्जिद के मुख्य गेट पर भी चस्पा कर दी गई थी।
कुबूल नहीं होगी गलती
तंजीम अइम्माए मसाजिद ने तनजीम के फैसले के खिलाफ शादी में शराब पिलाने व डीजे बजाने की गलती दोबारा माफ न करने की सख्त चेतावनी दी है। जामा मस्जिद के इमाम मौलान बदरूल इस्लाम ने कहा कि पहला मौका होने के चलते तनजीम ने माफीनाम दिया है। यदि समुदाय में तंजीम के फैसले की अवहेलना हुई तो निकाह नहीं पढ़ा जाएगा।