कार्यमुक्त न करने पर शिक्षकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
जागरण संवाददाता, पौड़ी: शिक्षा विभाग की ओर से फरवरी माह में स्थानांतरित किए गए शिक्षकों का मामला अब खुद विभाग के गले की फांस बनने लगा है। शिक्षकों ने बैठक कर चेतावनी दी है कि यदि जल्दी ही स्थानांतरित हुए शिक्षकों को तैनाती वाले विद्यालयों से कार्यमुक्त न किया गया तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा।
मुख्यालय में राजकीय शिक्षक संघ पौड़ी, पाबौ और कल्जीखाल के पदाधिकारियों की बैठक आहूत की गई। इस मौके पर अपने संबोधन में पौड़ी विकासखंड के अध्यक्ष संग्राम सिंह नेगी ने कहा कि स्थानांतरण नीति के तहत मंडलीय अपर शिक्षा निदेशक कार्यालय द्वारा फरवरी माह में स्थानांतरित हुए शिक्षकों को एक अप्रैल से कार्यमुक्त होने को कहा गया था, लेकिन अब विभाग ने बिना लिखित आदेश के अधीनस्थ अधिकारियों को स्थानांतरित हुए शिक्षकों को कार्यमुक्त न करने का फरमान जारी कर दिया है। कल्जीखाल के अध्यक्ष रघुवीर सिंह चौहान ने कहा कि स्थानांतरित हुए शिक्षकों को कार्यमुक्त न करना तर्कसंगत नहीं है। जो शिक्षक स्थानांतरित हुए हैं वे स्थानांतरण वाले विकासखंड में भी बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी कर सकते हैं। तय हुआ कि यदि विभाग ने मामले में जल्दी ही कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा। इस मौके पर मनोहर चमोली, गिरीश सिंह नेगी, प्रदीप रावत, मनमोहन बहुगुणा आदि ने विचार व्यक्त किए।