उक्रांद (पी) में मची खलबली
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: लोकसभा चुनाव देहरी पर है व उक्रांद एक बार फिर टूट की राह पर है। रविवार को कोटद्वार में हुई उक्रांद के एक धड़े ने केंद्रीय कार्यकारिणी की विशेष बैठक में त्रिवेंद्र पंवार को केंद्रीय अध्यक्ष पद से हटा कर हाल ही में दल से निलंबित एपी जुयाल को कार्यवाहक अध्यक्ष बना दिया गया। इतना ही नहीं, दल की सर्वोच्च समिति को भंग कर नई समिति का भी गठन कर दिया गया। वहीं, उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र पंवार ने इसे निकाले गए लोगों की बैठक बताते हुए बैठक को ही औचित्यहीन करार दिया।
रविवार को नगर में केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र पंवार की ओर से हाल ही में निलंबित एपी जुयाल की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। दावा किया गया कि यह केंद्रीय कार्यकारिणी की विशेष बैठक है। इसमें दल के केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र पंवार के तमाम अधिकार निलंबित करने का निर्णय लिया गया। साथ ही उन्हें केंद्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर कार्यकारी अध्यक्ष एपी जुयाल को केंद्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस दौरान पांच प्रस्ताव भी पारित किए गए।
बैठक में सर्वोच्च विशेषाधिकार समिति को भंग कर नई समिति का गठन किया गया। जिसमें एपी जुयाल को अध्यक्ष, गोवर्द्धन प्रसाद शर्मा को उपाध्यक्ष, शांति प्रसाद भट्ट को महामंत्री, भगवती प्रसाद डोभाल को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष, भंवर सिंह वर्मा को अनुशासन समिति का अध्यक्ष बनाया गया, साथ ही जयप्रकाश उत्ताराखंडी व लखवीर सिंह व प्रमिला रावत को सदस्य बनाया गया।
त्रिवेंद्र को भेजेंगे नोटिस
उक्रांद बैठक में त्रिवेंद्र सिंह पंवार पर पार्टी फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया। तय किया गया कि त्रिवेंद्र को इस संबंध में 15 दिन के भीतर जवाब देने के लिए नोटिस दिया जाएगा। साथ ही संतोषजनक जवाब न मिलने पर नियमानुसार गबन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
'यह दल के निष्कासित लोगों की बैठक है। एपी जुयाल को पहले ही पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। जिन्हें पार्टी से पहले ही निकाला जा चुका है वह मुझे नहीं निकाल सकते। ' त्रिवेंद्र सिंह पंवार, केंद्रीय अध्यक्ष, उक्रांद (पी)