गुलदार का खौफ, हाई अलर्ट
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: बुद्धगांव व बगेड़ा में हुए हादसों के बाद अब वन विभाग ने पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट कर दिया है। ग्राम प्रधानों से गुलदार नजर आते ही विभाग को सूचित करने की अपील की गई है, साथ ही वन कर्मी भी पूरे क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए हैं।
प्रखंड जयहरीखाल व रिखणीखाल के अंर्तगत बुद्धगांव, बगेड़ा, चपड़ेत, मुंडियाना, जामरी, जौलिया मांग, बसड़ा, तिमलसैंण, रिखेड़ा, बरई, चांदपुर, आमडंडा, कंदलाई सहित कई ऐसे गांव हैं, जहां ग्रामीणों में गुलदार की दहशत बनी हुई है। स्वयं वन विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि जिस तरह गुलदार ने बुद्धगांव व बगेड़ा में घटना को अंजाम दिया, इससे इन गांवों से लगे तमाम गांवों में अनहोनी का खतरा बना हुआ है।
प्रभागीय वनाधिकारी अमित वर्मा ने बताया कि क्षेत्र के तमाम ग्रामों के ग्राम प्रधानों से गुलदार नजर आते ही विभाग को सूचित करने को कहा गया है। साथ ही ग्राम प्रधानों से आपसी समन्वय बनाए रखने की भी अपील की गई है।
आदमखोर हो चुका है गुलदार
कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट ने भी मान लिया है कि प्रखंड रिखणीखाल के अंतर्गत ग्राम बगेड़ा में तनु को निवाला बनाने वाला गुलदार आदमखोर है। गुरूवार को घटना स्थल का सूक्ष्म निरीक्षण करने के साथ ही घटना के तमाम पहलुओं की जांच करने के बाद प्रभागीय वनाधिकारी अमित वर्मा ने भी स्वीकारा कि गुलदार आदमखोर है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को एक बार फिर पूरी घटना के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर मुख्य वन संरक्षक को भेज गुलदार को आदमखोर घोषित किए जाने की संस्तुति की गई है। उन्होंने बताया कि जैसे ही मुख्य वन संरक्षक गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने के आदेश देते हैं, क्षेत्र में शिकारी दल की तैनाती कर दी जाएगी।
सशस्त्र कर्मी हुए तैनात
कोटद्वार : प्रखंड रिखणीखाल के अंतर्गत ग्राम बगेड़ा में वन कर्मियों की 12-सदस्यीय टीम की तैनाती की गई है, जिनमें से चार बंदूक से लैस हैं। इसके अलावा गांव के निकट दो पिंजरे भी लगा दिए गए हैं। बुधवार शाम घटना को अंजाम देने के बाद से अभी तक गुलदार गांव की ओर नहीं आया है।
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