एसडीएम हल्द्वानी के नाम गुमनाम खत, दहलेगा रामनगर
हल्द्वानी : करीब चार साल पहले सिमी की दखल से खलबलाया रामनगर एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह बनी एसडीएम हल्द्वानी के पास आया गुमनाम खत। जिसमें रामनगर के हॉस्पिटल और सरकारी दफ्तरों में बम रखने की बात कही गई। उन लोगों के नाम भी लिखे गए, जो बम प्लांट करने वाले थे। हरकत में आए प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए आनन-फानन अस्पताल खाली कराकर चेकिंग शुरू कर दी। दूसरी टीम ने उन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिनके नाम खत में लिखे थे।
एसडीएम हल्द्वानी हरबीर सिंह को मिले पत्र में कहा गया कि रामनगर खताड़ी में ही रहने वाले हनीफ और शौकत रामनगर के अस्पताल, सरकारी दफ्तर, स्कूल और कालेज में बम प्लांट करने की योजना बना रहे हैं। एसडीएम ने यह जानकारी डीएम अक्षत गुप्ता को दी। जिलाधिकारी की सूचना पर एसपी सिटी पंकज ने भंट्ट ने रामनगर पुलिस को हनीफ और शौकत की तलाश में लगा दिया। इधर, पुलिस की एक टीम सीओ मिथलेश कुमार और प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में रामनगर के संयुक्त अस्पताल जा पहुंची। कुछ ही देर में पुलिस ने पूरे अस्पताल को खाली करा दिया और कोने-कोने की बारीकी से पड़ताल की, लेकिन पुलिस के हाथ एक भी बम नहीं आया। हां, पुलिस और प्रशासनिक अमले को अचानक सड़क पर देख कर स्थानीय लोग किसी बड़ी अनहोनी की आशंका से जरूर घिर गए। दूसरी ओर तलाश में लगी टीम ने कुछ ही देर में शौकत व हनीफ को खोज निकाला। दोनों सगे भाइयों के साथ पुलिस ने तीसरे भाई अकबर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। खत में मेंमर नजाकत के साथ एक करीब 70 साल का वृद्ध भी है। रामनगर पुलिस की माने तो खत रंजशिन लिखा गया। अब खत लिखने वाले की तलाश की जा रही है। खत में करीब दस लोगों के नाम लिखे गए थे। जिसमें पांच महिलाएं भी हैं। खैर, पुलिस अब सभी की हेड राइटिंग मैच करेगी। ताकि सही अभियुक्त तक पहुंचा जा सके।
तो क्या ये थी खत लिखने की वजह
शौकत का अपने भाई अकबर के बेटे दिलशाद से बीती 31 मार्च को विवाद हो गया था। जिसकी थाने में एनसीआर भी दर्ज की गई थी। इस मामले में मेंबर नजाकत ने दोनों का समझौता कराया था। पुलिस ने तीनों भाइयों के परिवार से पूछताछ की गई। केवल दिलशाद से ही अभी तक पूछताछ नहीं की जा सकी। पुलिस का मानना है कि आपसी रंजिश की वजह से पूरे षड़यंत्र को अंजाम दिया गया। बताया गया कि इसी वजह से मेंबर का नाम भी खत में शुमार किया गया था। खैर, पूरा मामला तो जांच के बाद ही खुल कर सामने आएगा।
रामनगर पुलिस ने अस्पताल व अन्य स्थानों पर बारीकी से जांच की है। खत में लिखे नाम की तस्दीक कर उक्त लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिससे यह बात सामने आई है कि खत किसी ने रंजिश भुनाने के लिए लिखा गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- पंकज भंट्ट, एसपी सिटी