जैसलमेर में रानीखेत एक्सप्रेस के दस डब्बे पटरी से उतरे
काठगोदाम से जैसलमेर जा रही 15014 रानीखेत एक्सप्रेस शुक्रवार रात जैसलमेर से 15 किमी पहले पटरी से उतर गई। ट्रेन के पिछले दस डिब्बे पटरी से उतर हैं।
हल्द्वानी, [जेएनएन]: काठगोदाम से जैसलमेर जा रही 15014 रानीखेत एक्सप्रेस शुक्रवार रात हादसे का शिकार हो गई। जैसलमेर से 15 किमी पहले तीन झटके खाने के बाद चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर स्पीड पर नियंत्रण किया। 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से जंगल के बीच दौड़ रही ट्रेन के पिछले दस डिब्बे पटरी से उतर गए। इससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। इन 10 कोच में करीब 200 यात्री सवार थे। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ है।
गुरुवार रात 8:40 बजे रानीखेत एक्सप्रेस काठगोदाम से रवाना हुई थी। मुरादाबाद पहुंचने के बाद इसी ट्रेन में रामनगर से आने वाले कोच भी जोड़ दिए जाते हैं। इस ट्रेन को शुक्रवार रात 11:35 बजे जैसलमेर पहुंचना था। रात 10:45 बजे जैसलमेर से करीब 15 किमी पहले टार्मी में जंगल व सेना के नियंत्रण वाले इलाके में पायलट को झटके का अहसास हुआ। ट्रेन उस समय करीब 120 किमी प्रति घंटा की स्पीड पर थी। पहला झटका लगते ही चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए जिस पर दो और झटके लेने के बाद ट्रेन रुक गई, लेकिन इंजन पटरी से उतर गया। इंजन के ठीक पीछे लगे 14 डिब्बों के बाद वाले 10 डिब्बे पटरी से उतरकर जमीन में धंस गए। गनीमत रही कि कोई भी डिब्बा पलटा नहीं जिससे यात्री भी सकुशल रहे।
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हालांकि जंगल के बीच ट्रेन खड़ी रहने से यात्रियों में बेचैनी रही। ट्रेन में चल रहे एसी कोच मैकेनिक दानिश अली ने बताया कि पूरी ट्रेन में करीब 600 यात्री हैं। जो कोच डिरेल हुए हैं वे रामनगर से आने वाली ट्रेन के हैं। इनमें करीब 200 यात्री सवार थे। डिरेल हुए कोच में दो एसी, तीन स्लीपर, दो जनरल व दो गार्ड वाले हैं। जैसलमेर स्टेशन को तत्काल सूचना दे दी गई। जोधपुर से मरम्मत टीम पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। वहीं काठगोदाम स्टेशन के एएसएम एमसी पंत ने भी पल-पल की जानकारी लेकर कंट्रोल रूम इज्जतनगर को सूचना दे दी।
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आज रद हो सकती है ट्रेन
रात 11:35 बजे जैसलमेर पहुंचने के बाद इसी ट्रेन को शुक्रवार रात 12:45 बजे वहां से काठगोदाम के लिए चलना था। शुक्रवार रात एक बजे तक मरम्मत टीम दुर्घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी थी। ऐसे में कोच उठाने एवं ट्रैक दुरुस्त करने के लिहाज से रविवार सुबह पहुंचने वाली ट्रेन देरी से आ सकती है या रद भी की जा सकती है।
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