Move to Jagran APP

राहत शिविर एक किमी दूर, फिर भी छूटे पसीने

जागरण संवाददाता, नैनीताल : बुधवार सुबह दस बजकर दस मिनट। नैनीताल में आपदा नियंत्रण कक्ष से रिक्टर पैम

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 01:00 AM (IST)
राहत शिविर एक किमी दूर, फिर भी छूटे पसीने
राहत शिविर एक किमी दूर, फिर भी छूटे पसीने

जागरण संवाददाता, नैनीताल : बुधवार सुबह दस बजकर दस मिनट। नैनीताल में आपदा नियंत्रण कक्ष से रिक्टर पैमाने पर 7.5 तीव्रता के भूकंप का सायरन बजा। डीएम दीपक रावत ने वायरलैस पर कुमाऊं विवि प्रशासनिक भवन, भूमियांधार, अंडा मार्केट मल्लीताल, जीजीआइसी व रैमजे अस्पताल में भारी नुकसान की सूचना प्रसारित की। इसके बाद दमकल विभाग से लेकर हर प्रशासनिक अमला घटनास्थल पर पहुंचने लगा और हताहतों को राहत शिविर में पहुंचाने का काम शुरू किया गया, लेकिन प्रशासनिक अमले की हीलाहवाली से महज एक किमी दूर बने राहत शिविर तक घायलों को पहुंचाने में डेढ़ घंटे तक का समय लग गया।

loksabha election banner

भूकंप के मद्देनजर प्रशासन की तैयारियां परखने के लिए लंबे समय से मॉकड्रिल की तैयारी की जा रही थी। बुधवार को नैनीताल में भूकंप का सायरन बजते ही प्रशासनिक तैयारी में खामियां देखने को भी मिली। आलम यह था कि कई विभागीय अफसर तो सायरन बजने से पहले ही राहत शिविर में पहुंच गए। राहत व बचाव कार्य के दौरान महकमों के बीच समन्वय का अभाव साफ नजर आया। टीमों को यह तक पता नहीं था कि उन्हें करना क्या है। अंडा मार्केट में एक मकान में फंसे घायलों को निकालने के लिए ईट की दीवार कटर से काटने में ही कर्मचारियों के पसीने छूट गए। भूकंप का सायरन बजते ही माल रोड समेत शहर की अन्य सड़कों पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस का शोर गूंजने लगा। स्वास्थ्य विभाग की तैयारी का आलम यह था कि एंबुलेंस से घायल को निकालने के लिए दूसरे वाहन में रखा स्ट्रेचर बमुश्किल मिल सका। इस दौरान सीडीओ प्रकाश चंद्र, एडीएम जसवंत राठौर व बीएल फिरमाल, एसपी सिटी हरीश सती, सीओ विजय थापा, प्रभारी अधिकारी अशोक जोशी, जीएम केएमवीएन त्रिलोक मर्तोलिया, एसडीएम पारितोष वर्मा, वंदना सिंह, रेखा कोहली, एपी बाजपेयी, प्रमोद कुमार, सीएमओ डॉ. एलएम उप्रेती, डॉ. राजेश साह, डीएसओ तेजबल सिंह, पीडी डॉ. महेश कुमार, मुख्य कोषाधिकारी नरेंद्र सिंह, एआरटीओ गुरुदेव सिंह, सीवीओ डॉ. पीसी कांडपाल, डीडीओ रमा गोस्वामी, कोतवाल अरुण कुमार समेत अनेक अधिकारी शामिल थे।

ठप हो गई मोबाइल सेवा

मॉकड्रिल के दौरान मोबाइल सेवा ठप हो गई। इस कारण सारी सूचनाएं वायरलेस ही प्रसारित की गई। इसके बाद तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव टीमें भेजी गई। घायलों को एंबुलेंस से डीएसए मैदान पर बने राहत शिविरों में लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर घायलों को बीडी पांडे अस्पताल के लिए रेफर किया गया। मॉकड्रिल की तैयारी बृहद स्तर पर की गई थी।

रस्सी के सहारे निकाले पर्यटक

नैनीताल : डीएम दीपक रावत ने वायरलैस से सूचना प्रसारित की कि केएमवीएन संचालित रोप-वे की ट्राली फंस गई है। इसके बाद निगम कर्मियों ने रस्सियों के सहारे पर्यटकों को सुरक्षित निकाला। डीएम ने कैपिटल सिनेमा में आग लगने की सूचना प्रसारित की तो दमकल कर्मी तत्काल पहुंच गए। इसी बीच तल्लीताल क्षेत्र में झील किनारे खड़ा एक व्यक्ति असंतुलित होकर झील में जा गिरा तो तत्काल डीएम, एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी एसडीआरएफ की बोट लेकर झील में पहुंच गए और डूबे व्यक्ति को सुरक्षित निकाल लिया।

खामियां दूर करें विभाग

भूकंप से 30 जानें गई, 119 गंभीर घायल, 551 को हल्की चोट आई और टीमों द्वारा 1307 लोगों को रेसक्यू किया गया। निजी संपत्ति को दस करोड़ जबकि सरकारी संपत्ति को 50 करोड़ का नुकसान आंका गया। डीएम रावत ने कहा कि इन्हीं आंकड़ों के मद्देनजर मॉकड्रिल की गई। डीएम ने कहा कि मॉकड्रिल में जो कमियां रह गई हैं उन्हें विभाग दूर करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.