नर्सों की गरज पड़ी मरीजों पर भारी
ग्रेड पे के लिए कार्यबहिष्कार कर रही नर्सों की वजह से मरीजों की आफत बढ़ गई है। हाल यह है कि 180 बेड के बेस अस्पताल में केवल पांच मरीज रह गए है। बाकी मरीजों को मजबूरन दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
हल्द्वानी। ग्रेड पे के लिए कार्यबहिष्कार कर रही नर्सों की वजह से मरीजों की आफत बढ़ गई है। हाल यह है कि
180 बेड के बेस अस्पताल में केवल पांच मरीज रह गए है। बाकी मरीजों को मजबूरन दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
नर्सों की हड़ताल का असर स्वास्थ्य सुविधाओं पर दिखने लगा है। नर्सों के काम से पूरी तरह से हाथ खींचने के बाद मरीजों की जैसे मुश्किलें अथाह हो गई हैं। बेस अस्पताल में मरीजों की तीमारदारी करने वाली नर्सों के काम पर नहीं आने से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
बेस के बी वार्ड में भर्ती एकमात्र मरीज धारचूला गोरगा निवासी गीता के पति विनोद कुवंर ने बताया कि सुबह से उनकी तकलीफ पूछने कोई नहीं आया। गीता के बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ है, मगर यहां उनका दर्द और भी बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर शहर के एक और महिला अस्पताल का हाल भी बुरा है। यहां प्रतिदिन होने वाली 20 डिलिवरी का आंकड़ा महज पांच पर सिमट गया है।
इस संबंध में प्रमुख चिकित्सा अधिक्षक डॉ एस सी पंत ने कहा कि 49 नर्से का कोई विकल्प नहीं हो सकता है। फिर भी इमरजेंसी में व्यवस्था की गई है। फार्मासिस्टों को ड्यूटी पर लगाया गया है।
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