जमींदोज हो रहे आशियाने
नैनीताल : भूस्खलन प्रभावित बलियानाला के रहीश होटल क्षेत्र के ठीक नीचे जल स्रोतों के रिसाव के कारण लगातार भूकटाव हो रहा है। इन जल स्रोत से आने वाला पानी लगातार भू कटाव कर मिट्टी अपने साथ बहा ले जा रहा है। भूकटाव के कारण भूस्खलन प्रभावित पहाडि़यों में दरारें बढ़ रही हैं।
मालूम हो कि वर्षो से बलियानाला में भूकटाव के कारण भूस्खलन हो रहा है। इस साल बरसात के दौरान यहां भारी भूस्खलन हुआ। जद में आए 33 परिवारों को स्कूलों में शिफ्ट किया गया। बलियानाला का शहर से साउथ-ईस्ट की ओर लगभग दो किमी क्षेत्र में भूकटाव के कारण भूस्खलन हो रहा है। लाईम स्टोन व 70 डिग्री की पहाडि़यां होने के कारण यहां सभी भवनों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। यह भवन लगातार ध्वस्त हो रहे हैं। रहीश होटल के साथ ही अब धोबीघाट व हरिनगर क्षेत्र में भी लगातार दरारें बढ़ रही हैं। जीआइसी परिसर तक इसका प्रभाव दिख रहा है। यहां के लगभग 200 परिवारों का पुर्नवास होना है। इन परिवारों के लिए दुर्गापुर में आवासों का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। 32 आवास आवंटन के बाद इसी माह 60 आवास और आवंटित होने की उम्मीद है।
नाले की दूसरी पहाड़ी को भी खतरा
नाले के एक ओर हरिनगर, रहीश होटल, जीआइसी परिसर व धोबीघाट का कुछ हिस्सा बसा है। वहीं दूसरी पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में कैलाखान, टूटा पहाड़ व नई बस्ती है। लगातार भू कटाव के कारण बस्तियों में खतरनाक दरारें पड़ चुकी है।
नहीं मिलेगा कोई मुआवजा : डीएम
नैनीताल : डीएम अक्षत गुप्ता ने बलियानाला क्षेत्र से विस्थापित किए गए परिवारों को मुआवजा दिए जाने से साफ इन्कार किया है। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों को दुर्गापुर में जेएनएनयूआरएम के तहत आवास दिए जा रहे हैं। उन्हें मुआवजा देने का सवाल ही नहीं होता। बताया कि दुर्गापुर में डीपीआर में पालिका द्वारा चयनित 200 परिवारों को शिफ्ट किया जाना है। कुछ अपात्र लोगों को आवास मिलने की सूचना है। जिसकी जांच की जा रही है।
विभाग ने आयुक्त के माध्यम से प्रस्ताव शासन को अगस्त माह में ही भेज दिया है। यह प्रस्ताव 24.94 करोड़ का है। आयुक्त व जिलाधिकारी ने इस प्रस्ताव पर विशेष टिप्पणी कर शासन को भेजा है। शासन द्वारा जेएनएनयूआरएम के मद से बजट मांगा जा रहा है। उम्मीद है कि शीघ्र बजट मिल जाएगा।
- डीसी टम्टा ईई, तराई सिंचाई खंड नैनीताल।