हाथियों ने रौंदी फसल, बाघ खा गए मवेशी
हल्द्वानी : सोमवार रात लामाचौड़ के गांवों में घुसे हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और कई बीघा फसल अपने पैरों तले रौंद डाली। बेबस गांव वाले हाथ पर हाथ रखने के सिवा कुछ नहीं कर सके। वहीं पतलिया में गांव वाले बाघ के आतंक से सहमे हैं। बाघ अब तक कई गांव वालों के मवेशी को अपना निवाला बना चुका है।
हाथियों का झुंड सोमवार रात लामाचौड़ के जयपुर पाडली, गुजरौडा, मीठा आवला, नाथपुर पाडली में जा घुसा। पूरे पांच घंटे हाथियों के झुंड उत्पात मचाया। हाथियों के इस झुंड ने विपिन सागुड़ी का एक एकड़, तारा दत्ता पडलिया की चार बीघा, प्रमोद पलडिया की एक एकड़, गुजरौडा में शिवदत्त पांडे, पूरन पांडे, मीठा आंवला में जोगा राम व गोपाल राम की एक एकड़, नाथूपुर पाडली में हरीश आर्या, महेश आर्या, कैलाश जोशी सहित अन्य ग्रामीणों की सोयाबीन, धान व मक्का की फसल तबाह कर डाली। हाथियों ने जंगल किनारे बनाई गई सुरक्षा दीवार भी तोड़ दी। रात्रि में जब ग्रामीण ने हाथियों को भगाने का प्रयास किया तो हाथियों ने उन्हें भी दौड़ा लिया। ग्रामीणों ने बमुश्किल बचकर जान बचाई। पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीरज तिवारी ने फसलों के नुकसान को देखा।
वहीं दूसरी ओर वन विभाग पतलिया डूंगर में के लोग बाघ के आतंक से भयभीत है। यहां के क्षेत्र पंचायत सदस्य पूरन सिंह चौशाली, गणेश, प्रधान प्रतास सिंह पडियार, मान सिंह पडियार, डिकर सिंह रैकूनी आदि ने बताया कि पिछले पांच दिनों से बाघ का आतंक है और इस दौरान बाघ ने कई बैल, गाय और बछड़े मार दिए।