नैनीताल में नए पेयजल कनेक्शन पर पाबंदी
जागरण संवाददाता, नैनीताल : नैनी झील के लगातार घटते जलस्तर ने प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है। झील
जागरण संवाददाता, नैनीताल : नैनी झील के लगातार घटते जलस्तर ने प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है। झील संरक्षण को देखते हुए मंडलायुक्त डी. सैंथिल पांडियन ने नैनीताल में नए पेयजल कनेक्शन पर पाबंदी लगा दी है। साथ ही जल संस्थान को शहर व आसपास के क्षेत्रों में रोस्टर के आधार पर पानी की आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को मंडलायुक्त पांडियन ने एलडीए सभागार में नागरिकों व विभागीय अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि झील विकास प्राधिकरण से मानचित्र पास किए बगैर नैनीताल में अवैध निर्माण हो रहे हैं। यही नहीं ऐसे घरों में जल संस्थान पानी का कनेक्शन भी दे रहा है। इस पर उन्होंने प्राधिकरण सचिव श्रीश कुमार को शहर के ऊपरी क्षेत्रों का औचक निरीक्षण कर अवैध निर्माण रोकने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही मुख्य अभियंता एचके गुरुरानी से बिना नक्शा पास भवनों को बिजली का कनेक्शन जारी न करने को कहा है। इसके अलावा होटल व रेस्टोरेंट संचालकों समेत शहरवासियों से पानी की बर्बादी रोकने की अपील की। लोनिवि को मानसून से पहले झील में गिरने वाले नालों की सफाई करने व झील व नालों से मलबा हटाने को कहा। उन्होंने कहा कि पानी की मितव्ययता व झील संरक्षण के संबंध में डीएम हर माह जबकि वह खुद तीन माह में समीक्षा बैठक करेंगे। मंडलायुक्त ने कहा कि झील संरक्षण को देखते हुए शहर के प्रत्येक घर में जल संयोजन के साथ मीटर लगाया जाएगा। झील के तमाम क्षेत्रों में जलस्तर से संबंधित मैनुअल व डिजीटल सूचकांक लगाए जाएंगे ताकि जलस्तर की जानकारी जनसामान्य को हो सके। इस दौरान अपर आयुक्त संजय खेतवाल, एडीएम बीएल फिरमाल, मुख्य अभियंता डीसी सिंह खेतवाल, एसई डीएस कुटियाल, लोनिवि एसई डीएस नबियाल, ईई सीएस नेगी, पर्यावरणविद अजय रावत, किशन सिंह नेगी, एचएस बिष्ट, प्रवीण शर्मा, लता आर्य, गंगा प्रसाद साह, प्रो. जीएल साह, दिग्विजय बिष्ट, कमलेश ढौंडियाल, राजेश साह आदि मौजूद थे।