किसानों की आय को मांगे पांच सौ करोड़
किशोर जोशी, नैनीताल: उत्तराखंड ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन सेक्टर में पांच सौ करोड़ की का
किशोर जोशी, नैनीताल: उत्तराखंड ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन सेक्टर में पांच सौ करोड़ की कार्ययोजना तैयार की है। इस योजना के तहत हर साल सौ करोड़ खर्च करने का प्रावधान किया गया है। खुरपका, मुंहपका रोग के उन्मूलन के लिए केंद्र से सौ फीसद सहायता मांगी गई है।
भारत सरकार की समीक्षा बैठक में पहुंचे राज्य के पशुपालन सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि राज्य में दुग्ध उत्पादन की अपार संभावना है। खेतीबाड़ी सिमट रही है तो किसान पशुपालन को आय का धंधा बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार को पांच सौ करोड़ का प्लान तैयार कर भेजा जा रहा है। केंद्र के आग्रह पर ही प्लान तैयार किया गया है।
नैनीताल: बैठक में राज्यों की ओर से स्वदेशी नस्ल के पशुधन में कृतिम गर्भाधान ना करने तथा स्वदेशी नस्ल को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना के कारगर क्रियान्वयन पर जोर दिया गया। साथ ही केंद्र से इसके लिए फंड मुहैया कराने का आग्रह किया गया। रिर्जव, ट्रॉट, महाशीर उत्पादन में वृद्धि के लिए भी भी केंद्र से मदद मांगी गई।
उत्तराखंड का 12 करोड़ का प्लान तैयार
नैनीताल: निदेशक डेयरी ललित मोहन रयाल के अनुसार राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 12 करोड़ की कार्ययोजना भेजी गई है। इसमें पैकिंग मशीन, मिल्क कलक्शन यूनिट बनाने, दूध को ठंडा रखने वाली मशीनों को गांव-गांव स्थापित डेयरी में लगाना है। उत्तराखंड में हर दिन चार लाख लीटर दुग्ध उत्पादन करने की योजना पर काम किया जा रहा है।
बिना जांच पड़ताल के आयात नहीं होंगे जानवर
नैनीताल: बैठक में पूर्वोत्तर राज्यों के प्रतिनिधियों ने सूअर आयात का मसला उठाया तो केंद्रीय सचिव ने बिना जांच पड़ताल के ऐसा करने से मना कर दिया। बैठक में उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि राज्यों की प्रगति पर संतोष जताया गया। दूसरे राज्यों से भी स्कीमों के क्रियान्वयन में और तेजी लाने की जरुरत बताई गई।