शिक्षक छात्र-छात्रा को दें समान महत्व
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने विद्यालयों में छात्र व छात्
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने विद्यालयों में छात्र व छात्रा में किसी तरह का भेदभाव न हो, छात्राएं खुद को कमतर न आंकें, इसके लिए देश भर में शिक्षकों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत पीएसएन स्कूल में आयोजित कार्यशाला में 40 स्कूलों के 80 शिक्षकों को लैंगिक संवेदनशीलता के बारे में जागरूक किया गया।
सीबीएसई से संबद्ध एजेंसी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑफ टीचर के अरविंद श्रीवास्तव व संजया वालिया ने कहा कि कक्षा में लड़कियों व लड़कों को अलग-अलग नजरिए से न देखें। दोनों को समान समझें। दोनों को साथ-साथ पढ़ने, सीखने व खेलने का मौका दें। उन्होंने कहा कि लड़कियों में आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए हर स्तर पर प्रयास करें। आत्मरक्षा के गुर सिखाएं। इस संवेदनशील मामले में स्कूल प्रबंधन को भी विशेष तरीके से ध्यान देना चाहिए। पाठ्यक्रम के जरिये भी ऐसा न लगे कि लड़का व लड़की अलग-अलग हैं। किसी तरह से हीन भावना नहीं आनी चाहिए। लड़कियों को शिखर पर पहुंच चुकी महिलाओं के बारे में बताकर प्रेरित करते रहने की जरूरत है, ताकि वह भी केवल घरेलू महिला बनकर रह जाए। स्कूल प्रबंधन शिक्षकों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करते रहें। विद्यालय प्रबंधक अभिषेक मित्तल ने कहा कि इस कार्यशाला का लाभ हर शिक्षक उठाएगा। प्रधानाचार्य मोनिका मित्तल ने कहा कि कार्यशाला से बहुत कुछ सीखने को मिला।