गौला बंद होने से ट्रांसपोर्ट कारोबार पर भी संकट
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : गौला नदी में खनन पर रोक लगने से ट्रांसपोर्टरों व मोटर पार्ट्स व्यापारि
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : गौला नदी में खनन पर रोक लगने से ट्रांसपोर्टरों व मोटर पार्ट्स व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। दरअसल, गौला खनन में लगे हजारों वाहनों से ही टीपीनगर का 90 फीसद कारोबार टिका है, जबकि वक्त से काफी पहले ही खनन बंद हो जाने से ट्रांसपोर्टर से जुड़े व्यापारियों को भी झटका लगा है।
ट्रांसपोर्टरों के संगठन गौला बंद होने से हलकान हैं। ट्रांसपोर्टर राजकुमार नेगी ने बताया कि नदी में खनन पर रोक लगने के कारण ट्रांसपोर्टर व मोटर पार्ट्स व्यापारियों के सामने तंगी के हालात पैदा हो रहे हैं। देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल यातायातनगर के महामंत्री हरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि गौला नदी ही क्षेत्र की आर्थिक लाइफ लाइन है। इसे ही समय से पहले बंद कर करने के फैसले से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को तो झटका लगा ही है, साथ ही इससे जुड़े मिस्त्री के हाथ से भी रोजगार छिन गया है। ट्रांसपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल व अमन भट्ट ने गौला बंद करने के फैसले पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि गौला से सभी को रोजगार मिलता है। सालभर में पांच माह होने वाले खनन से सालभर बड़ी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी निर्भर रहती है। इसे लेकर ट्रांसपोर्टरों ने बैठक भी हुई, जिसमें अमन भट्ट, कुंदन बिष्ट, आफताब सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे। इधर, ट्रांसपोर्टनगर व्यापारी संघ के महामंत्री प्रदीप सब्बरवाल ने कहा कि गौला नदी के अचानक बंद होने से ट्रांसपोर्टर कारोबार पर संकट छा गया है। व्यवसायियों को चिंता सताने लगी है कि व्यवसाय धड़ाम होने से पूर्व में उधार में लिए गए सामान के दाम कैसे भरेंगे। उन्होंने कहा कि बड़ी तादाद में व्यापारी मोटर पार्ट्स, टायर सहित अन्य सामान ज्यादातर उधार पर ही लेते हैं।