दवा व सुझाव दोनों पर करें अमल
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आप बीमारी का इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं और डॉक्टर बीमारी
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आप बीमारी का इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं और डॉक्टर बीमारी के आधार पर दवा लिख देते हैं। कुछ मौखिक तौर पर सुझाव देते हैं, लेकिन अधिकांश लोग पर्ची पर लिखी दवा का सेवन कर लेते हैं, लेकिन सुझाव पर अमल नहीं करते। इसलिए बीमारी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाती। यह बातें मंगलवार को दैनिक जागरण के हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के फिजीशियन डॉ. यतींद्र समस्याएं बताने वालों से कहीं। उन्होंने कुमाऊं भर से फोन करने वाले लोगों को मौसम व अन्य पेट संबंधी बीमारियों के कारण, बचाव व उपचार के बारे में सलाह दी। आप भी इस सलाह का लाभ उठा सकते हैं। पेश है संक्षिप्त रिपोर्ट..।
सवाल- सर्दी-जुकाम है। साइनस की समस्या बनी हुई है। कैसे ठीक होगा?
सुधीर, गदरपुर। मो. जाकिर, रुद्रपुर।
जवाब- सर्दी-जुकाम के कई कारण हो सकते हैं। बड़ा कारण ठंड लगना है। ठंड से बचें। परेशानी बढ़ने पर फिजीशियन से सलाह लेकर इलाज करवाएं।
सवाल- पेट गड़बड़ रहता है। तनाव भी बना रहता है। कैसे ठीक होगा?
हाशिम, काशपुर। गोविंद पाटनी, हल्द्वानी।
जवाब- यह रहन-सहन से संबंधित बीमारी है। तनाव से बचें और डॉक्टर की सलाह लें।
सवाल- सांस की समस्या है। इससे उलझन बनी रहती है। क्या करें?
कृष्णानंद जोशी, पिथौरागढ़। नवीन गोस्वामी, रुद्रपुर।
जवाब- यह परेशानी ठंडी हवा की वजह बढ़ जाती है। अगर संक्रमण हो रहा है, तो विशेषज्ञ से मिलकर चार-पांच दिन एंटीबायोटिक्स दवाइयां ले सकते हैं।
सवाल- चेस्ट में पेन रहता है। अंदर से कील की तरह चुभता हुआ प्रतीत होता है। क्या हो सकता है?
नेहा, हल्द्वानी। भुवन, भीमताल।
जवाब- फैमिली हिस्ट्री में हार्ट डिजीज है तो इस बीमारी की आशंका युवावस्था में भी रहती है। सामान्य रूप से युवावस्था में हार्ट की बड़ी बीमारी नहीं हो सकती है। यह समस्या तनाव की वजह बढ़ती है।
सवाल- 16 साल का बेटा है। चार महीने से सूखी खांसी हो रही है। सोते समय ठीक रहता है।
एक पाठक।
जवाब- यह दिक्कत अस्थमा की ओर इशारा कर रही है। लंबे समय से खांसी है तो टीबी से संबंधित बलगम जांच व एक्सरे भी करा सकते हैं।
सवाल- मौसम बदलते ही सबसे पहले मेरे बेटे को जुकाम लग जाता है। 14 साल का है।
बीना, बागेश्वर। पवन पांडेय, अल्मोड़ा।
जवाब- ठंड लगने की वजह ऐसा हो जाता है। सावधानी बरतें। दिक्कत बार-बार हो रही है तो फिजीशियन से सलाह लें।
सवाल- गैस की समस्या है। सर्दियों में दिक्कत बढ़ जाती है।
पूनम, खटीमा। सरोज जोशी, पिथौरागढ़।
जवाब- सर्दियों में मूवमेंट कम होने की वजह से दिक्कत हो जाती है। खाने के एक घंटे बाद खूब पानी पीएं। चलते-फिरते रहें।
---
भागमभाग जिंदगी की बीमारी आइबीएस
भागमभाग भरी जिंदगी में व्यक्ति न ही समय पर भोजन कर रहा है और न ही पर्याप्त नींद ले रहा है। तनाव भरी जिंदगी में आइबीएस यानी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या हो जाती है। इसमें पाचन क्रिया प्रभावित रहती है। कई बार कब्ज जैसी शिकायत हो जाती है। अब यह बीमारी युवावस्था में आम हो गर्इ्र है।
ऐसे करें आइबीएस का उपचार
आइबीएस से बचने के लिए तनाव को दूर करना होगा। दिनचर्या नियमित करनी होगी। खान-पान पर विशेष ध्यान रखना होगा। इस बीमारी का इलाज केवल दवाइयों से नहीं इसके लिए काउंसलिंग भी जरूरी है।
इन बातों का रखें ध्यान
- 30 मिनट प्रतिदिन नियमित व्यायाम करें।
- व्यायाम शरीर से पसीना निकलने तक हो।
- आठ घंटे की नींद अवश्य लें।
- नमक व चिकनाईयुक्त भोजन कम लें।
- मधुमेह रोगी डायटिशियन से डायट चार्ट बनवाएं।
- वजन पर नियंत्रण रखें।