सौदा जमीन का, बंट गए थे दिल
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जमीन, मकान एवं दुकान के सौदों के लिए तो हल्द्वानी विख्यात है ही। कुमाऊं
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जमीन, मकान एवं दुकान के सौदों के लिए तो हल्द्वानी विख्यात है ही। कुमाऊं का प्रवेश द्वार पलायन के बाद आश्रय देने वाला सबसे बड़ा गढ़ भी कहा जाता है। बावजूद इसके सभी धर्म, जाति व संप्रदाय के लोगों की रिहाइश वाला यह शहर कभी सांप्रदायिक फसाद की हद तक नहीं गया है। बुधवार रात का विवाद भी जमीन के सौदे का ही था, लेकिन रात से सुबह तक चले घटनाक्रम के बीच यह सौदा दिलों को बांटने वाला बन गया। आखिरकार दिल फिर जुड़ भी गए, लेकिन कुछ वक्त के लिए एक गांठ जरूर बन गई थी। गनीमत रही कि इसे सूझबूझ से नासूर बनने से पहले ही खत्म कर लिया गया।
मीरा मार्ग स्थित एक दुकान के सौदे को लेकर हुए विवाद ने न केवल कुछ घंटे में ही सांप्रदायिक रंग लिया, बल्कि राजनीतिक नफा-नुकसान का आकलन भी होने लगा। भाजपा इस मामले में तेवर में नजर आने लगी तो कांग्रेस को बचाव की मुद्रा में आना पड़ा। यही नहीं सपा नेता से मामला जुड़ा होने के कारण राजनीति हर तरफ से हावी दिखी। पुलिस की शुरुआती निष्क्रियता पर भी जरूर सवाल उठे, लेकिन अंत भला तो सब भला वाली स्थिति भी बन गई। राजनीति बढ़ती तो विवाद भी बढ़ता। ऐसे में कुछ सूझबूझ तो कुछ दबाव के चलते मामले में वार्ता की पहल हुई और वह अंजाम तक पहुंच गई। इतना जरूर है कि 24 घंटे तक चले इस ड्रामे ने लोगों के दिलों में जरूर टीस पैदा कर दी।
भाजपा नेताओं के कूदने की आशंका ने किया अलर्ट
हल्द्वानी : पटेल चौक में सायं से भाजपा, शिवसेना एवं ¨हदूवादी संगठनों की मौजूदगी में व्यापारियों की बैठक ने पुलिस-प्रशासन को अलर्ट कर दिया। इसमें करीब 100 से अधिक लोगों की भीड़ जुटी तो प्रशासन को फिर चुनौती नजर आने लगी। यहां एकत्र लोगों ने एक सूत्रीय मांग रखी कि मारपीट करने वाले दूसरे पक्ष के लोगों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। यही नहीं इस दौरान तमाम लोग फिर मीरा मार्ग की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने अलग-अलग गलियों में पहरा देकर उन्हें रोक लिया। हालांकि इसके लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। यही नहीं बैठक के दौरान शुक्रवार को बाजार बंद की रणनीति भी बन गई थी। इससे मामला और बिगड़ता नजर आने लगा। साथ ही एलआइयू तक भी सूचना पहुंच गई कि पड़ोस के जिले से कुछ ¨हदूवादी नेता भी यहां पहुंचेंगे। बैठक में भाजपा नेता तरुण बंसल, पार्षद महेंद्र नागर, विजय मनराल, भाजयुमो अध्यक्ष मदन मोहन जोशी, शिवसेना के रूपेंद्र नागर, कमल मुनि जोशी, संदीप कुकसाल, हरिमोहन अरोरा, जितेंद्र मेहता सहित तमाम लोग शामिल थे।