आपने कैसे फोन किया, क्या बॉस आकर देखेंगे मरीज
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : रामपुर रोड पर देवलचौड़ के पास वैगनआर कार ने 25 वर्षीय राजेंद्र गिनवाल को
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : रामपुर रोड पर देवलचौड़ के पास वैगनआर कार ने 25 वर्षीय राजेंद्र गिनवाल को गुरुवार रात जोरदार टक्कर मार दी। राजेंद्र हवा में उछला और घायल हो गया। निकट ही खड़े संदीप ने उसे अपनी बाइक में बैठाया और सबसे नजदीक कुमाऊं के सबसे बड़े डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। इस उम्मीद से कि वहां पर तत्काल इलाज मिल जाएगा।
सर्जरी विभाग के डॉक्टर ने मरीज को देख लिया लेकिन ईएनटी व ऑर्थोपेडिक्स के डॉक्टर 50 मिनट तक इमरजेंसी में नहीं पहुंचे। मरीज माइनर ओटी में बेड पर तड़प रहा था, लेकिन पूछने पर सीएमओ बार-बार डॉक्टर को कॉल कर देने की बात कर रही थी। करीब 50 मिनट बाद जब ईएनटी की पीजी जेआर माइनर ओटी में पहुंची तो वह इलाज करने बजाय पहले तीमारदार पर ही बरस गई। कहने लगी, आपने कैसे हमारे बॉस को फोन कर दिया? क्या वह इलाज के लिए यहां आएंगे? मैं नहीं करती इलाज..। जब हमारे पास अभी फोन आया, तो हम पहले कैसे आ जाते? देर से पहुंची डॉक्टर के इस तरह के अनगिनत सवाल तड़प रहे मरीज के खून बहते घावों पर नमक छिड़कने का काम कर रहे थे और और तीमारदारों का दिल छलनी-छलनी। जबकि ड्यूटी पर तैनात सीएमओ का कहना था, मैंने तत्काल फोन कर दिया था। यह सब सुनते हुए मरीज का दर्द देख तीमारदार खामोश रहे, बस इतना कहा, डॉक्टर साहब अब आप सिर्फ इलाज कर दीजिए। एक और डॉक्टर सामने खड़ी थी, बोली, क्या आपने हमारे विभाग में भी फोन कर दिया? शुक्र है, पीजी जेआर की तल्ख टिप्पणी के पूरा होते ही ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वैभव कुच्छल अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने मरीज को देखा और उसके फटे जबड़े व चेहरे पर टांके लगवाए। हालांकि, तब तक प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने भी संबंधित डॉक्टरों को फोन कर दिया था। तब जाकर परिजनों ने राहत महसूस की। यह वाकया गुरुवार रात का था, लेकिन कुछ डॉक्टरों के अड़ियल रवैये और इमरजेंसी ड्यूटी में लेटलतीफी की वजह हंगामा खड़ा हो रोज की बात हो गई है। नौबत मारपीट तक पहुंच जाती है।