कन्याधन योजना के धन में गड़बड़ी का घुन
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रदेश में संचालित कन्याधन योजना के धन में गड़बड़ी का घुन लग रहा है। वर्ष
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रदेश में संचालित कन्याधन योजना के धन में गड़बड़ी का घुन लग रहा है। वर्ष 2014-15 और 2015-16 में इंटरमीडिएट पास हजारों छात्राओं के अधूरे फार्म जमा कर लिए गए। इस वजह से इन कन्याओं के लिए 1792.75 लाख रुपये की रकम समाज कल्याण अधिकारियों के पास डंप पड़ी रही। ऐसे में पात्र छात्राएं मदद की प्रतीक्षा करती रह गई और निदेशालय ने यह रकम वापस कर डाली।
समाज कल्याण निदेशालय गौरा देवी कन्याधन योजना के तहत प्रदेश की सभी इंटर पास गरीब छात्राओं को 50 हजार रुपये की मदद देता है। 2014-15 और वर्ष 2015-16 में इस योजना को लेकर हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। दरअसल, समाज कल्याण अधिकारियों ने इन दोनों ही वित्तीय वर्षो में हर छात्रा को 50 हजार की इमदाद देने के लिए आंखें मूंदकर करोड़ों के बजट की डिमांड तो कर ली, लेकिन फार्म जमा करते वक्त न तो उन्हें सही से चेक किया गया और न उनकी पात्रता देखी गई। नतीजतन, इन दोनों ही वर्ष में सरकार से मिली योजना की 17 करोड़ 92 लाख की रकम जिलों के पास पड़ी रही, लेकिन छात्राओं को लाभ नहीं मिला। समाज कल्याण निदेशालय ने इस मामले की रिपोर्ट मांगी तो समाज कल्याण अधिकारियों की लापरवाही उजागर करती तस्वीर यह सामने आई है कि वर्ष 2014-15 में देहरादून, टिहरी और चंपावत जिलों में 677 लाख का बजट डंप पड़ा रहा। जबकि वर्ष 2015-16 में देहरादून, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जिलों में 1115.75 लाख की धनराशि भी विभाग की तिजोरी में ही बंद रह गई।
==इनसेट==
इनकी रकम दबाए बैठे रहे जिले
=वर्ष 2014-15 में-
=देहरादून- 518.50 लाख
=टिहरी -106.50 लाख
=चंपावत -52.50 लाख
कुल -677 लाख
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=वर्ष 2015-16 में-
=देहरादून - 614.50 लाख
=रूद्रप्रयाग -51.50 लाख
=पिथौरागढ़ -326.25 लाख
=चंपावत -91.50 लाख
=बागेश्वर -32 लाख
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कुल - 1115.75 लाख
रकम सरकार को वापस भेज दी गई है। देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के समाज कल्याण अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है।
वीएस धानिक, निदेशक, समाज कल्याण