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बिन उपकरण कैसे निखरेगा हुनर

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रदेश की 131 आइटीआइ में अध्ययनरत 12 हजार से अधिक छात्रों का हुनर सरकार

By Edited By: Published: Thu, 11 Feb 2016 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2016 01:00 AM (IST)
बिन उपकरण कैसे निखरेगा हुनर

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रदेश की 131 आइटीआइ में अध्ययनरत 12 हजार से अधिक छात्रों का हुनर सरकारी तिजोरी में कैद है। आइटीआइ में छात्रों को तकनीकी प्रशिक्षण के लिए दो साल पहले 10 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया, लेकिन आज तक उपकरण नहीं खरीदे गए। आइटीआइ प्रशिक्षण आज भी कुंद हो चुके 35 साल पुराने उपकरणों के भरोसे चल रहा है। सवाल उठता है कि ऐसे में छात्र भविष्य कैसे संवारेंगे। पिछले 35 सालों में कई तकनीक आ चुकी हैं। नए-नए उपकरण भी इजाद किए गए। कौशल विकास के भी तमाम दावे किए जा रहे हैं, लेकिन यह दावे धरातल पर दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। प्रदेश की आइटीआइ में इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स, मोटर मैकेनिक, फिटर से लेकर कई कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। इनमें प्रैक्टिकल किताबी ज्ञान से अधिक मायने रखता है, लेकिन उसके लिए उपकरणों का होना भी आवश्यक है। आइटीआइ में उपकरण तो हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश खराब हो चुके हैं। जो बचे भी हैं वह चलन से बाहर हो गए।

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आइटीआइ पीएम की प्राथमिकता

आइटीआइ में सुधार पीएम नरेंद्र मोदी की प्रामिकताओं में शामिल है। उन्होंने इसको लेकर काम भी शुरू कर दिया। पीएम ने देशभर की आइटीआइ में अध्ययन कर रहे युवाओं के हुनर को निखारने के लिए देश की बड़ी कंपनियों में ऐसे युवाओं को अप्रेंटिस कराना अनिवार्य कर दिया। ऐसा नहीं करने वाली कंपनियों पर जुर्माना भी तय किया गया है। अप्रेंटिस के लिए आवेदन प्रक्रिया भी ऑनलाइन की गई है। जिस पर पीएमओ से नजर रखी जाती है।

आइटीआइ बनी, पद सृजित नहीं हुए

प्रदेश में पिछले दो साल में सरकार ने 27 नई आइटीआइ खोली। इनमें उपकरण खरीद तो दूर आज तक पदों का सृजन तक नहीं किया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार तकनीकि शिक्षा के प्रति कितनी गंभीर है।

चार करोड़ इस साल भी

दो साल पहले जारी 10 करोड़ का बजट आज तक सीडीओ नैनीताल की तिजोरी में कैद है। उपकरण खरीद के टेंडर ही नहीं हुए। जबकि सरकार ने इस साल भी उपकरण खरीद के लिए चार करोड़ का बजट और पास किया है।

निदेशक को नहीं जानकारी

बजट मेरे कार्यकाल का नहीं है। मुझे इसकी जानकारी भी नहीं है। यह देखा जाएगा कि बजट पास होने के बाद टेंडर क्यों जारी नहीं किए गए। पूरी जानकारी जुटाने के बाद उपकरण खरीद के टेंडर जारी किए जाएंगे।

..डॉ.पंकज कुमार पांडे, निदेशक आइटीआइ


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