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आधी रात उठकर भरना पड़ता पानी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बरेली रोड पर एनके बैंक्वेट हाल के पास धर्मपाल कॉलोनी के लोग सत्संग के ब

By Edited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 10:09 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 10:09 PM (IST)
आधी रात उठकर भरना पड़ता पानी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बरेली रोड पर एनके बैंक्वेट हाल के पास धर्मपाल कॉलोनी के लोग सत्संग के बहाने ही सही लेकिन मिलते-जुलते हैं और एक-दूसरे का दर्द भी बांटते हैं। हालांकि इस गली के हाथ विकास के नाम पर खाली है। यहां न सीवर है और न ही वाटर सप्लाई हो रही है। हालत यह है कि लोग रात में उठकर पानी भरते हैं। शहर की सीमा पर पहुंचते हुए इस कॉलोनी की मुख्य सड़क ज्यादातर खामोश रहती है। साथ ही एक खासियत है कि जब एक-दूसरे की जरूरत पड़े तो सभी मदद करने में भी पीछे नहीं हटते। गली में एक सत्संग भवन भी है जब भी यहां सत्संग होता है, मोहल्ले के ज्यादातर लोग एकत्र होते हैं और एक-दूसरे का हाल-चाल जान लेते हैं। इस कॉलोनी के लोग विकास न होने से परेशान तो हैं ही, साथ ही इस कॉलोनी में कुछ गोदाम खुल जाने का भी लोग विरोध करते रहते हैं। उनका तर्क है कि रात में जब ट्रक आते हैं तो बाहर से आने वाले मजदूरों से खतरा रहता है। गली में पानी सप्लाई की दिक्कत भी लोगों के लिए सिरदर्दी का सबब बनी है। सीधे ट्यूबवेल से ही सप्लाई होती है। पानी कम आए कब चला जाए, इसका कोई भरोसा नहीं। नालियां तो यहां लोगों के बने स्लेब और चबूतरे के बीच झांकती हुई दिखाई देती हैं। इन्हें दुरुस्त न किए जाने से सड़क पर पानी भर जाता है।

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--लोगों से बात--

गली में सफाई कर्मचारी तो आते नहीं हैं। लोग सजग हैं, इसलिए कॉलोनी की गली में कचरा नहीं दिखाई देता। नालियां न बनी होने से पानी निकासी की दिक्कत रहती है।

मयंक मित्तल

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कॉलोनी में ट्यूबवेल से सप्लाई होती है। इसका कोई टाइम तय नहीं है। कई बार रात को दो-तीन बजे सप्लाई दी जाती है। मजबूरी में घर के लोगों को नींद से उठकर पानी भरना पड़ता है।

विशाल अग्रवाल

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गली में आवारा कुत्तों की भरमार है। रात में वह लोगों पर हमला कर देते हैं। कई लोग इनका शिकार भी हो चुके हैं। शिकायत के बावजूद इन्हें पकड़ा नहीं जा रहा।

सिद्धांत अग्रवाल

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कॉलोनी में तीन दिन से पानी ही नहीं आया। बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में भी बगैर पानी के कैसे दिन काटे, इसका दर्द कोई कॉलोनी के लोगों से पूछे।

उर्मिला

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गली में नालियों का अता-पता नहीं है। सीवर लाइन भी अब तक नहीं बिछाई गई है। बारिश में पानी भर जाता है। जगह-जगह पानी भरने से मच्छर भी खूब पैदा हो जाते हैं।

हरिराम तेजवानी

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कॉलोनी के मुख्य गेट पर अगर लोहे का गेट लग जाए तो लोगों को काफी सुरक्षा मिल जाएगी। इससे बाहर तत्वों के आने पर रोक लगने से लोग ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे।

स्नेहा

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गली में कई गोदाम खुल गए हैं। इससे रात में बाहरी लेबर आ जाते हैं। इसका विरोध कई बार किया जा चुका है। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही।

रमेश चंद्र


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