अब प्राचार्य करेंगे प्रोफेसरों की नियुक्ति
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय को एक और न्यूरोसर्जन मिल गया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय को एक और न्यूरोसर्जन मिल गया है। साथ ही कई अन्य विभागों में डॉक्टर मिल गए हैं, लेकिन अभी भी यह पर्याप्त नहीं हैं। लेकिन भविष्य में स्थिति बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है। क्योंकि शासन ने नियुक्ति की जिम्मेदार कॉलेजों के प्राचार्यो को दे दी है।
दरअसल, राजकीय मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की समस्या सबसे बड़ी चुनौती है। जिसे दूर करना मुश्किल हो रहा है। हालांकि, शासन स्तर पर कभी-कभार वॉक इन इंटरव्यू होते थे। पर इसका लाभ कॉलेजों को नहीं मिल पा रहा था। शासन ने अब नियुक्ति की जिम्मेदारी राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत को दे दी है। इनकी अध्यक्षता में चिकित्सा शिक्षा के अपर निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना सचिव होंगे। इसमें दो में एक सदस्य एम्स ऋषिकेश के प्रोफेसर और दूसरा संबंधित मेडिकल कॉलेज का प्राचार्य होंगे। यह सलेक्शन वॉक इन इंटरव्यू के तहत होंगे। वहीं, अस्पताल को एक और न्यूरोसर्जन मिलने से मरीजों को लाभ होगा। साथ ही छात्र-छात्राओं को भी उचित नॉलेज मिलेगा।
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नहीं पूरी हो सकती जरूरत
राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में एक महीने पहले रिक्त पदों के लिए विज्ञप्ति जारी हुई थी। इसमें बायोकैमिस्ट्री में एक प्रोफेसर और फॉरेंसिक विभाग में एक, चर्म रोग में एक, साइकेट्री विभाग में एक और आर्थोपेडिक्टस विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के एक-एक पद, कम्यूनिटी मेडिसिन में एक, जनरल मेडिसिन में तीन, टीबी चेस्ट में एक, एनेस्थीसिया में दो, यूरोलॉजी में एक, न्यूरोसर्जरी में एक, रेडियोलॉजी में एक, पीडियाट्रिक्स में दो, आर्थोपेडिस्ट में एक और दो मेडिकल फिजिस्ट के पद भी निकाले थे।
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इतने ही करेंगे ज्वाइन
इंटव्यू के बाद कम्यूनिटी मेडिसिन, एनेस्थीसिया, आर्थो व न्यूरोसर्जरी में एक-एक और पीडियाट्रिक्स में दो असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति कर ली गई है। साथ ही रेडियोथेरेपी विभाग में दो फिजिस्ट ने भी ज्वाइन किया है।
इनसेट.
एक और न्यूरोसर्जन मिलने से यहां के लोगों को बहुत अधिक राहत मिलेगी। इसके साथ ही अन्य सभी विभागों में पर्याप्त फैकल्टी के लिए प्रयास किए जाएंगे।
डॉ. सीएमएस रावत, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी