बिना टीचर के कॉलेज देख एसडीएम हैरान
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज धौलाखेड़ा की 874 छात्राओं का भविष्य अंधकार म
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज धौलाखेड़ा की 874 छात्राओं का भविष्य अंधकार में है। क्योंकि इन्हें पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं है। परेशान अभिभावकों ने जब प्रशासन से गुहार लगाई तो एसडीएम पंकज उपाध्याय स्कूल पहुंच गए। जब उन्होंने स्थिति देखी तो हैरान रह गए। इस व्यवस्था को वे दुरुस्त तो नहीं कर सकते, लेकिन समस्या को डीएम तक पहुंचाने का आश्वासन दे गए।
दरअसल, दैनिक जागरण ने भी दो सप्ताह पहले इस कॉलेज की हकीकत उजागर की थी। इसके बाद मंगलवार की सुबह एसडीएम पंकज उपाध्याय कॉलेज पहुंच गए, जब उन्होंने हकीकत देखी तो आश्चर्य में पड़ गए। महत्वपूर्ण विषयों को पढ़ाने तक के शिक्षक नहीं थे। अभिभावक भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चितिंत थे। एसडीएम से कुछ व्यवस्था करने की बार-बार गुहार लगा रहे थे। इस पर एसडीएम ने पूरी रिपोर्ट तैयार की और डीएम को भेजने की बात कही। इस रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज में 17 शिक्षक थे, जिसमें से 11 का तबादला कर दिया गया। इसके बाद यहां कोई प्रतिस्थानी नहीं भेजा। शिक्षा विभाग आंख मूंदकर बैठ गया। हालात यह हैं कि इंटरमीडिएट की छात्राएं को गणित, अंग्रेजी, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं। हाईस्कूल में भी गणित व अन्य कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष भावनाथ पंडित कहते हैं, विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों को बिन गुरू ज्ञान कैसे मिलेगा। अगर जल्द ही शिक्षक नहीं आते हैं तो आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।
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जर्जर भवन से टपक रहा पानी
शिक्षक ही नहीं कॉलेज भवन की भी स्थिति बदहाल है। भवन जर्जर हो चुका है। जगह-जगह दरारें पड़ी हैं। छत टपक रही हैं। बारिश के समय बच्चों का कक्षों में बैठना मुश्किल हो गया है। कॉपी-किताबें भीग जाती हैं।
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कुर्सी-टेबल तक नहीं
यहां छात्राओं के बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। 874 छात्राओं में से 574 छात्राएं दरी में बैठती हैं। इसके लिए अभिभावक जनप्रतिनिधियों को बार-बार अवगत कराते हैं। शिक्षा अधिकारियों से गुहार लगाते हैं। पर कोई सुनवाई नहीं होती है।