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अभी अधूरी है एलियंस की तलाश

रमेश चन्द्रा, नैनीताल : पृथ्वी जैसी एक और धरती के अलावा परग्रहियों यानी एलियंस की तलाश वैज्ञानिक

By Edited By: Published: Thu, 30 Jul 2015 10:41 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2015 09:15 AM (IST)
अभी अधूरी है एलियंस की तलाश

रमेश चन्द्रा, नैनीताल : पृथ्वी जैसी एक और धरती के अलावा परग्रहियों यानी एलियंस की तलाश वैज्ञानिकों का प्रमुख मकसद रहा है। जिनमें कैप्लर 452-बी के रूप में दूसरी धरती की खोज को एक विराम तो मिला है, लेकिन एलियंस की तलाश आज भी अधूरी है। एलियंस के धरती पर आने व भारत में भी उड़न तश्तरियां देखे जाने की बाते सुनी जाती रही हैं, लेकिन कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिलने से अब दुनिया के मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने एलियंस की तलाश में नया सफर शुरू करने जा रहे हैं तो उम्मीद है कि अंतरिक्ष के महासागर में एलियंस का वजूद कहीं हुआ तो उस दिशा में कुछ रोशनी जरूर पड़ेगी।

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कहा जाता रहा है कि हमारी धरती पर एलियंस किसी न किसी रूप में दस्तक देते रहे हैं। एशियाई समेत यूरोपीय व अमेरिकी देशों में उन्हें देखे जाने की खबरें सुनी जाती रही हैं। वह हमसे अधिक बुद्घिमान हैं और तकनीक में भी वह हमसें कहीं आगे हैं। इसीलिए वह हम तक आसानी से पहुंच जाते हैं। इस तरह की बातें किस्से कहानियों में अक्सर देखने सुनने को मिलती हैं। फिल्मों में हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक इनका बोलबाला रहा है। दर्जनों फिल्में इन्हीं कहानियों पर हिट हो चुकी हैं। बालीवुड फिल्म कोई मिल गया इसका प्रमुख उदाहरण है। यूरोपीय देशों में कहा जाता है कि एलियंस एक ही रात के भीतर ऐसे कारनामे कर गए जिन्हें इंसान इतने कम समय में तो कभी नहीं कर सकता है

एलियंस की तलाश में वैज्ञानिक खोज को दशकों बीत चुके हैं। जिनमें दुनिया की स्पेस एजेंसियों ने दूरबीनों से अंतरिक्ष की गहराइयों में झांक कर देख लिया है, लेकिन परग्रहियों की कोई झलक कहीं नजर नहीं आई। कुछ वर्ष पहले नासा ने रेडियो तरंगों के जरिए ओम उच्चारण का शब्द अंतरिक्ष में भेजा था। इसके पीछे मकसद यह था कि अगर ब्रह्मांड में कहीं हम जैसे बुद्घिमान प्राणि हुए तो निश्चित ही उनका कोई संदेश वापस आएगा, परंतु कई वर्ष बीत जाने के बाद भी जवाब नहीं मिल पाया है। इधर, स्टीफन हॉकिंग इनकी तलाश का नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं। उनकी इस खोज का दायरा पहले किए गए अध्ययन के मुकाबलों की तुलना में कई गुना विस्तार से होगा। खास बात यह है उनके अध्ययन के दौरान जो भी डाटा प्राप्त होगा वह सभी के लिए उपलब्ध होगा। इस दशा में संभव है कि एलियंस के वजूद को लेकर सार्थक परिणाम सामने आएंगे

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एलियंस के अस्तित्व का पता चल जाएगा नैनीताल : आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वैज्ञानिक डॉ. शशिभूण पांडे का कहना है कि आज नहीं तो कल एलियंस के अस्तित्व का पता चल ही जाएगा। इस मिशन में स्टीफन हॉकिंग के जुड़ जाने से अपेक्षाकृत परिणाम आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।


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