180 दिन शिक्षण दिवस, 240 दिन कार्य दिवस
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उच्च शिक्षा अब माध्यमिक शिक्षा के पैर्टन पर जा रही है। उच्च शिक्षा न
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उच्च शिक्षा अब माध्यमिक शिक्षा के पैर्टन पर जा रही है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने माध्यमिक की तरह अपना भी एकेडमिक कलेंडर जारी किया है। जिससे प्रदेश के सभी कॉलेजों में एकरूपता बनाई जा सके। इस कलेंडर में निदेशालय ने ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन अवकाश के साथ अन्य त्योहारों के अवकाश भी निर्धारित कर दिए हैं। जिससे यूजीसी के मानकों के अनुसार 180 दिन का शिक्षण दिवस कॉलेज में हो सका।
यूजीसी के नियमानुसार कॉलेजों में 180 शिक्षण दिवस व 240 कार्य दिवस निर्धारित किया गया है, लेकिन कॉलेजों में एकरूपता न होने के कारण कॉलेज अपनी मनमानी किया करते थे। जिससे कॉलेजों में पढ़ाई बाधित होती थी। रेगुलर पढ़ाई न होने से कॉलेजों का परीक्षाफल भी गिरता जा रहा था। प्रदेश 90 शासकीय व 15 अशासकीय और अनुदानित कालेजों में शिक्षण दिवस व अवकाश में एकरूपता बनाए रखने के लिए सचिव ने माध्यमिक की तर्ज पर एकेडमिक कलेंडर बनाने के लिए निदेशालय को आदेशित किया था। निदेशालय द्वारा एकेडमिक कलेंडर सचिव से अनुमोदन के बाद बुधवार को जारी कर दिया गया। जिसे सभी कॉलेजों को भेजा जा रहा है।
प्रभारी उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. बीसी मेलकानी ने बताया कि एकेडमिक कलेंडर एक जनवरी से 31 दिसंबर तक का है। मैदानी क्षेत्रों में ग्रीष्मकालीन अवकाश एक जून से पांच जुलाई तथा पर्वतीय में एक जून से 15 जून तक रहेगा। पर्वतीय क्षेत्रों में शीतकालीन अवकाश एक जनवरी से पांच फरवरी तक तथा मैदानी में एक जनवरी से 15 जनवरी तक रहेगा। इसके अलावा दशहरा पर तीन, दीपावली पर सात तथा होली पर छह दिन का अवकाश रहेगा। पूरे वर्ष में कुल 89 दिन का अवकाश रहेगा। यह कलेंडर कॉलेजों में यूजीसी मानकों को पूरा करने के लिए बनाया गया है।
कलेंडर पर एक नजर
कक्षाओं में प्रवेश प्रक्रिया - 10 दिन
छात्रसंघ निर्वाचन प्रक्रिया - 08 दिन
कक्षागत शिक्षण - 180 दिन
परीक्षा अवधि - 42 दिन
कुल कार्य दिवस - 240 दिन
ग्रीष्मावकाश व शीतावकाश - 45 दिन
सार्वजनिक, निबंधित व स्थानीय अवकाश - 32 दिन
रविवार - 42 दिन (10 रविवार सार्वजनिक, निबंधित व दीर्घकालीन अवकाश में सम्मलित हैं।)