आरएम दफ्तर में भड़के खनन कारोबारी
रामनगर : कोसी व दाबका नदी में उपखनिज निकासी शुरू नहीं होने से खनन कारोबारी गुस्से में हैं। कारोबारिय
रामनगर : कोसी व दाबका नदी में उपखनिज निकासी शुरू नहीं होने से खनन कारोबारी गुस्से में हैं। कारोबारियों ने वन विकास निगम के आरएम कार्यालय में प्रदर्शन कर रोष जताया। उन्होंने डीएलएम का घेराव कर वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए खनन कार्य जल्द शुरू कराने की मांग की है। जल्द खनन न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सोमवार को खनन ट्रांसपोर्ट कल्याण समिति के बैनर तले खनन कारोबारी बाइकों से जुलूस की शक्ल में आमडंडा स्थित निगम कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने निगम के आरएम रविंद्र जुयाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। आरएम के बाहर होने पर कारोबारियों ने डीएलएम का घेराव किया। बताया, उन्होंने वाहनों के रजिस्ट्रेशन, इंश्यारेंस व टैक्स भी जमा कर दिया है, लेकिन खनन शुरू नहीं होने से आर्थिक नुकसान हो रहा है। कांटें संचालकों के विवाद में उन्हें घसीटा जा रहा है। कांटें का प्रकरण कोर्ट में चल रहा है। लिहाजा तब तक निगम मैनुअल रॉयल्टी काटकर खनन शुरू कराए। डीएलएम ने कहा कि खनन मैनुअल कराने या कांटा संचालकों की अवधि एक साल बढ़ाने का प्रस्ताव उन्होंने आरएम को दिया है। लिहाजा फैसला आरएम को ही लेना है। इस दौरान पूर्व पालिकाध्यक्ष भगीरथ लाल चौधरी, बलविंदर सिंह संटू, अशोक अग्रवाल, सुमित सचदेवा, शेखर चंद्र, इंद्र सिंह लटवाल, नंदा बल्लभ सती, मोईन खान, दिनेश भट्ट, अनवर मलिक आदि मौजूद थे।