राज्यपाल के फरमान के खिलाफ नैनीताल बंद
नैनीताल : मल्लीताल पंत पार्क में फड़-खोखा लगाकर अतिक्रमण करने के खिलाफ जनाक्रोश फूट पड़ा है। व्यापार मंडल मल्लीताल व तल्लीताल के आह्वान पर पूरा शहर अभूतपूर्व रूप से बंद रहा। समर्थन में तिब्बती व भोटिया बाजार भी पूरी तरह बंद रहा। दुकानों पर दिनभर ताले लटके रहे। इससे बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। व्यापारियों ने फड़-खोखों को लेकर राज्यपाल के फरमान का पुरजोर विरोध करते हुए बेमियादी बंद करने व समस्या का समाधान होने तक उनको शहर में नहीं घुसने देने का एलान कर दिया।
शनिवार को तल्लीताल में व्यापार मंडल अध्यक्ष मारुति साह, राजेंद्र मनराल, विक्की साह, पप्पू कर्नाटक, कनक साह आदि ने मल्लीताल क्षेत्र का भ्रमण कर बाजार बंद कराया। दोपहर 12 बजे व्यापारी मल्लीताल रामलीला मैदान में जमा हुए और सभा की। उसके बाद व्यापारियों ने राज्यपाल के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए मल्लीताल से माल रोड होते हुए कलक्ट्रेट तक जुलूस निकाला। एडीएम उदय सिंह राणा को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। सभा में मल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन सिंह नेगी ने कहा कि राज्यपाल फड़-खोखा अतिक्रमणकारियों को यथावत रखने का आदेश जारी कर सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के आदेशों की अवमानना करने के साथ अधिकारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। वक्ताओं ने दो टूक कहा कि जब तक इसका समाधान नहीं होगा, राज्यपाल को शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा। शीघ्र शहर के तमाम संगठनों के साथ बैठक कर आंदोलन की भावी रणनीति तय की जाएगी, जिसमें बेमियादी बंद का एलान भी किया जा सकता है। जुलूस व सभा में पर्यावरणविद प्रो. अजय रावत, व्यापारी नेता सोनू बिष्ट, कमलेश ढौंडियाल, विक्की वर्मा, पारस साह, उस्मान सिद्दीकी, पंकज बिष्ट, आनंद खंपा, सरन दास, शाहनवाज खान, पप्पू बिष्ट, ताजू सरदार, कुंदन बिष्ट, ललित साह, पंकज कुलौरा समेत सैकड़ों व्यापारी शामिल हुए।
यह है मामला
राज्यपाल अजीज कुरैशी ने फड़ व्यवसायियों को दुकानें लगाने की अनुमति दी थी। इसका स्थानीय व्यापारियों ने विरोध किया था। बता दें कि नगरपालिका अक्सर फड़ व्यवसायियों को हटा देती थी। इसी को लेकर फड़ व्यवसायियों ने राज्यपाल से गुहार लगाई थी कि उनको न हटाया जाए, जिस पर राज्यपाल ने फड़ लगाने की अनुमति दे दी।