राम मंदिर की जगह छोड़कर कहीं और मस्जिद बनाने में मुस्लिमों का मैं भी सहयोग करूंगाः शंकराचार्य
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदुओं की आस्था को ध्यान में रख मुस्लिम भाइयों को अयोध्या में राम मंदिर की जगह छोड़ देनी चाहिए।
हरिद्वार, [जेएनएन]: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदुओं की आस्था को ध्यान में रख मुस्लिम भाइयों को अयोध्या में राम मंदिर की जगह छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि वे अयोध्या में श्री राम मंदिर की जगह छोड़ कर कहीं और मस्जिद बनाने को तैयार हो जाते हैं, तो वह खुद मस्जिद बनाने में सहयोग करेंगे।
उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगडिय़ा के बयान कि 'हिंदू सुरक्षित तो देश सुरक्षित' पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही। कहा कि एक तरफ तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया यह कहते हैं कि हिंदू कोई धर्म नहीं यह एक जीवन पद्धति है और दूसरी तरफ उनसे जुड़े लोग कहते फिर रहे हैं कि हिंदू सुरक्षित तो देश सुरक्षित।
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शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि यह स्पष्ट होना जरूरी है कि जो अन्य धर्मों के अनुयायी को हिन्दू जीवन प्रणाली से अलग करती है। कहा कि हम लोगों का तर्क है कि देश के सुरक्षित होने के लिए हिंदुत्व का सुरक्षित होना बेहद जरूरी है, क्योंकि हिंदुत्व अन्य की सुरक्षा को भी महत्व देता है।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने प्रवीण तोगड़िया के बयान 'भूखे पेट सो रहे हिंदुओं के समृद्ध लोगों से एक मुट्ठी अन्न मांगेंगे' वाले बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इससे वह अन्न तो एकत्र कर लेंगे मगर उसका वितरण कैसे और किस तरह करेंगे, यह नहीं बताया।
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उन्होंने प्रश्न किया कि अगर किसी जगह पर हिंदुओं के साथ-साथ अन्य समुदाय के लोग भी भूखे हैं, लेकिन कोई सक्षम हिंदू केवल भूखे हिंदुओं के ही पेट भर रहा है तो क्या ऐसा व्यक्ति हिंदू कहलाने योग्य है।
उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्ति कतई हिंदू नहीं हो सकता है, क्योंकि हिंदू धर्म हमें यह नहीं सिखाता कि आप केवल अपनों का ख्याल रखें और दूसरों का नहीं। इसलिए हिंदुत्व के सुरक्षित रहने पर ही देश सुरक्षित रहेगा।
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