प्रतिबंध के बाद भी हो रहा खनन
संवाद सूत्र, बुग्गावाला: प्रतिबंध के बाद भी बरसाती नदियों से अवैध खनन नहीं रुक पा रहा है। ग्रामीणों के साथ खननकारियों की आए दिन हो रही झड़प को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, जो कभी भी बडे़ टकराव का रूप ले सकता है।
बरसात के मद्देनजर प्रशासन ने खनन पर पूर्णतया पाबंदी लगा रखी है। शासन की ओर से आवंटित किए पट्टे भी पूरी बरसात तक के लिए सील किए हैं। जिलाधिकारी डी. सेंथिल पांडियन, एसएसपी डॉ.सदानंद दाते ने खननकारियों पर सख्ती बरतने के निर्देश जारी कर रखे हैं। एसडीएम रुड़की प्रत्यूष सिंह की ओर से लेखपालों को कड़ी हिदायत है कि खनन नहीं होने दिया जाए। अधिकारियों के निर्देशों को लेखपालों व पुलिसकर्मियों पर कोई खास असर नहीं पड़ रहा है। अवैध खनन को लेकर ग्रामीणों व खननकारियों के बीच आए दिन हो रही झड़प को भी राजस्व व पुलिसकर्मी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस कारण नदियों से खनन कर तटीय क्षेत्रों में स्थित स्टोन क्रशरों पर ले जाया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो खननकारी उन्हें जान से मारने तक की धमकी दे रहे हैं। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि नदियों में खनन जारी रहने से नदियां तबाही मचा सकती है। इससे उनके खेत व आबादी तक को खतरा बढ़ रहा है। शहीदवाला ग्रंट के आदेश कुमार, अशोक कुमार, पुनित कुमार आदि का कहना है कि थाना पुलिस भी खननकारियों के सामने घुटने टेके हुए हैं। अब तक पुलिस प्रशासन कांवड़ यात्रा की व्यवस्था में व्यस्त है, पर यात्रा शुरू होने से पहले भी तो अवैध खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इन घाटों से खनन हो रहा है अधिक
-बंजारेवाला, गोकुलवाला, तेलपुरा, चिल्लावाली, धुलिया, लालो घाट, हसनावाला घाट, सुंदरपुर घाट, मोहंड घाट, खेड़ी शिकोहपुर, लव्वा, गी मोहम्मद शहीदपुर, धनौरी डैम, औरंगाबाद, शहीदवाला ग्रंट, तेलपुरा, परशुघेर, जौरासी, शिकारपुर।
पूरा पुलिस प्रशासन फिलहाल कांवड़ यात्रा में व्यस्त है। जैसे ही यात्रा संपन्न हो जाएगी तो प्रशासन पहली कार्रवाई अवैध खनन पर ही करेगा।
-प्रत्यूष सिंह
प्रभारी एसडीएम रुड़की