हाईवे पर उमड़ा कांवड़ियों का हुजूम
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कांवड़ मेले के अंतिम चरण में पहुंचते ही हरिद्वार में कांवड़ियों का हुजूम उमड़ पड़ा है। हजारों बड़े व दोपहिया वाहनों पर सवार होकर कांवड़िये हरिद्वार पहुंच रहे हैं। जिस हिसाब से कांवड़िये पहुंच रहे हैं, वापसी का सिलसिला भी उतना ही तेज है। पूरी धर्मनगरी बस भगवान भोले के जयघोष से गूंज रही है। पैदल कांवड़िये अब चुनिंदा रह गए हैं। दूसरी ओर हाईवे को चलाए रखने के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी। देहरादून-हरिद्वार हाईवे को वन-वे कर दिया गया है।
13 जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला अब अपने पूरे वैभव व चरम पर पहुंच गया है। शुरुआती दौर में पैदल कांवड़ियों की भीड़ थी तो अब डाक कांवड़ वाहन पहुंच रहे हैं। ट्रकों के साथ हजारों की संख्या में दोपहिया वाहनों से कांवड़िये जल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं। पैदल कांवड़ियों का रैला थमने के बाद डाक कांवड़ियों के उमड़ने से पुलिस ने सारा फोकस हाईवे पर कर दिया है। देहरादून-हरिद्वार मार्ग को वन-वे कर दिया गया है। देहरादून की ओर से केवल वाहन आ रहे हैं। वापसी के लिए डायवर्ट रूट बनाया गया है। डाक कांवड़ियों के उमड़ने से पूरा हाईवे पैक हो गया है। हजारों की संख्या में दोपहिया वाहनों के आने से भी व्यवस्था संभालने में पुलिस को पसीना बहाना पड़ रहा है। हाईवे पूरी तरह कांवड़ियों के हवाले है और हाईवे के चलने से कांवड़िये लौट रहे हैं।
डायवर्ट प्वाइंट पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। बार्डर के थानों से भी फोर्स को हरिद्वार शहर में तैनात कर दिया गया है। गुरुवार को भी शाम तक कांवड़ियों की वापसी का सिलसिला चलेगा। गुरुवार शाम सात बजे तक हरिद्वार में करीब आधे ही कांवड़िये रह जाएंगे। शुक्रवार को श्रावण मास की शिवरात्रि होने के कारण वे अपने क्षेत्रों में जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। रात 12 बजे से जलाभिषेक शुरू होने के कारण हरिद्वार में पहले दिन ही कांवड़ियों की संख्या कम रह जाती है। बहरहाल, फिलहाल धर्मनगरी हरिद्वार पूरी तरह से भोले की भक्ति में डूबी हुई है। हरकी पैड़ी से लेकर हाईवे तक बम-बम भोले के जयघोष गूंज रहे हैं।