समितियों में ऋण वितरण की होगी जांच
संवाद सहयोगी, रुड़की: डाडा जलालपुर व लंढौरा सहकारी समिति में ऋण वितरण में धांधली की शिकायत पर निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड ने जांच के निर्देश दिए हैं। जिला सहायक निबंधक हरिद्वार ने लंढौरा समिति की जांच अपर जिला सहकारिता अधिकारी आरपी यादव व डाडा जलालपुर सहकारी समिति की जांच अपर जिला सहकारिता अधिकारी गिरिश चंद को सौंपी है। अधिकारियों को दस दिन के भीतर रिपोर्ट देनी है।
गौरतलब है कि क्षेत्र के किसानों ने कुछ समय पहले निबंधक सहकारी समिति उत्तराखंड व जिला सहायक निबंधक हरिद्वार से इस मामले में शिकायत की थी। किसानों का आरोप है कि जिला सहकारी बैंक से लिया पूरा ऋण दोनों समितियों ने अभी तक वितरित नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि ट्रांसफर एंट्री से भी दोनों समितियों ने हेराफेरी की है। मामले में निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड विजय कुमार ढौंढियाल ने मंगलवार को जिला सहायक निबंधक हरिद्वार को दोनों समितियों की जांच के निर्देश दिए हैं। जिला सहायक निबंधक मान सिंह सैनी ने लंढौरा समिति की जांच अपर जिला सहकारिता अधिकारी आरपी यादव व डाडा जलालपुर सहकारी समिति की जांच अपर जिला सहकारिता अधिकारी गिरिश चंद को सौंपी है।
जिला सहायक निबंधक मान सिंह सैनी ने बताया कि दोनों जांच अधिकारियों को पिछले पांच साल में इन समितियों पर खाद, नगद ऋण वितरण के बारे में जांच करने के लिए कहा गया है। जांच अधिकारियों ने समितियों की आज से जांच भी शुरू कर दी है। इसमें लेखाजोखा चेक किया जा रहा है।
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डाडा समिति पहले से ही जांच के दायरे में
डाडा जलालपुर सहकारी समिति की पहले भी कई बार जांच हो चुकी है। राज्य गठन से पहले इस समिति में एक करोड़ से अधिक का गबन सामने आया था। उस समय जांच इसीलिए अधर में रह गई थी कि घोटाले में फंसे अधिकतर सचिव व एकाउंटेंट सेवानिवृत हो गए थे। कुछ ने कार्रवाई के डर से अपने तबादले यूपी में करा लिए थे। इसके बाद समिति की दोबारा जांच हुई थी तो उसमें काफी रेकार्ड ही नहीं मिल पाया था। इस बार पांच साल की जांच मात्र इसीलिए कराई जा रही है ताकि गड़बड़ी करने वाले पूर्व में गायब हुए रिकार्ड का हवाला देकर न बच जाए।