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अतिक्रमण हटाने गई भेल टीम से दुकानदारों की नोकझोंक

मंगलवार को टिबड़ी क्षेत्र से अस्‍थाई अतिक्रमण हटाने गई भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की टीम का दुकानदारों ने विरोध किया। इस दौरान उन्‍होंने हंगामा भी किया। नोकझोंक के बाद दुकानदारों के खुद ही 10 दिन के अंदर अतिक्रमण हटाने पर सहमति बनी।

By sunil negiEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2015 04:40 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2015 04:44 PM (IST)
अतिक्रमण हटाने गई भेल टीम से दुकानदारों की नोकझोंक

हरिद्वार। मंगलवार को टिबड़ी क्षेत्र से अस्थाई अतिक्रमण हटाने गई भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की टीम का दुकानदारों ने विरोध किया। इस दौरान उन्होंने हंगामा भी किया। नोकझोंक के बाद दुकानदारों के खुद ही 10 दिन के अंदर अतिक्रमण हटाने पर सहमति बनी।
गौरतलब है कि वर्ष 2010 में बाढ़ से रेलवे रोड स्थित दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ था। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने इन दुकानदारों को कहीं और विस्थापित करने के आदेश दिए थे। तब नगर पालिका ने इन्हें टिबड़ी क्षेत्र में बसाने की बात कही थी।
इस पर करीब 10 दुकानदार यहां आ गऐ थे, लेकिन भेल ने इसे अपनी जमीन बताते हुए इसका विरोध किया था और कोर्ट से स्टे ले लिया था। इस दौरान इन दुकानदारों ने धीरे-धीरे वहां खाली पड़ी जमीन पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया।
इस पर भेल ने इन्हें खुद ही अतिक्रमण हटाने को कहा, लेकिन दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। मंगलवार को भेल की टीम अतिक्रमण हटाने टिबड़ी पहुंची। इसका दुकानदारों ने विरोध करते हुए हंगामा किया।
काफी देर तक भेल अधिकारियों और दुकानदारों के बीच नोकझोंक होती रही। बाद में दुकानदारों के दस दिन के अंदर खुद ही अतिक्रमण हटाने पर सहमति बनी। भेल प्रवक्ता ने कहा कि अगर दस दिन के अंदर दुकानदार खुद अस्थाई अतिक्रमण नहीं हटाते तो भेल कार्रवाई करेगा।
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