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सोशल साइट की पोस्टों से पुलिस टेंशन में

संवाद सहयोगी रुड़की: सोशल साइट पर चल रहे कई भड़काने वाली पोस्टों ने पुलिस की मुश्किल बढ़ा दी है। पुलिस

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jun 2017 01:00 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jun 2017 01:00 AM (IST)
सोशल साइट की पोस्टों से पुलिस टेंशन में
सोशल साइट की पोस्टों से पुलिस टेंशन में

संवाद सहयोगी रुड़की: सोशल साइट पर चल रहे कई भड़काने वाली पोस्टों ने पुलिस की मुश्किल बढ़ा दी है। पुलिस के सामने इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। त्योहारों को लेकर भी कई तरह के आपत्तिजनक पोस्ट के बावत पुलिस को सूचना मिली है। पुलिस अब सोशल साइड पर इस तरह के पोस्ट को लेकर पैनी नजर रखे हुए है। इस काम में एसओजी समेत साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है। वहीं अब कांवड़ मेले को लेकर भी पुलिस विशेष तैयारी कर रही है।

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सोशल साइट जहां एक दूसरे से संपर्क बढ़ाने का बेहतर माध्यम बनी है। वहीं कुछ ऐसे शरारती तत्व भी हैं जो सोशल साइट पर माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। हाल ही में सहारनपुर में हुई घटना के बाद से सोशल साइट पर कुछ लोग आपत्तिनजक सामग्री पोस्ट कर माहौल को तूल देने का प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में सहारनपुर में हुए एक मामले को लेकर मंगलौर में भीम आर्मी की एक प्रस्तावित बैठक करने का वीडियो सोशल साइट पर वायरल हुआ था। जिसमें अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की अपील की गई थी। इस वीडियो ने पुलिस की नींद उड़ा दी थी। पुलिस ने आनन-फानन इलाके को कब्जे में लेकर सीमाएं सील कर दी थी। वहीं बेलड़ा गांव में भी एक युवक के फेसबुक अकाउंट पर एक समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। इसके अलावा दो माह पहले भी एक सोशल साइट पर वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद पुलिस हरकत में आई थी। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की पाकिस्तान से हार के बाद फेसबुक पर एक वीडियो और पोस्ट वायरल हुआ था। जिससे क्षेत्र में तनाव फैल गया था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की थी। इन सभी मामलों को देखते हुए अब पुलिस कांवड़ यात्रा के दौरान साइबर सेल और एसओजी की मदद से ऐसे लोगों पर नजर रखेगी। एसपी देहात मणिकांत मिश्रा का कहना है कि कांवड़ के दौरान पुलिस की टीम ऐसे लोगों पर विशेष नजर रखेगी। जो कि सोशल साइट का सहारा लेकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते हैं।

बढ़ रहे महिलाओं से जुड़े मामले भी

सोशल साइट से जुड़े मामले हर दिन कोतवाली और थाने पहुंच रहे हैं। स्थानीय पुलिस के पास साइबर अपराध से निपटने के खास संसाधन नहीं है। ऐसे में पुलिस को साइबर सेल पर निर्भर रहना पड़ता है। शहर में करीब तीन माह के भीतर सोशल साइट पर महिलाओं के फेसबुक अकाउंट हैक करने से लेकर फर्जी फेसबुक अकांउट बनाने के करीब 23 मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों का अभी तक एक भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आ पाया है। हालांकि पुलिस हैक हो चुके फर्जी फेसबुक अकाउंट को साइबर सेल की मदद से बंद जरूर करा चुकी है। सोशल साइट पर आपत्तिजनक पोस्ट से कई बार महिलाओं को शर्मशार होना पड़ा है।


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