सोमवार को भी हाईवे पर लगा रहा जाम
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: दिल्ली- हरिद्वार हाईवे पर लगातार दूसरे दिन भी लोग जाम में फंसे रहे। इसका नती
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: दिल्ली- हरिद्वार हाईवे पर लगातार दूसरे दिन भी लोग जाम में फंसे रहे। इसका नतीजा यह रहा कि पांच किलोमीटर का सफर डेढ़ घंटे में पूरा हो सका। जाम में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक भूख प्यास से बिलखते नजर आए, वहीं लगातार बढ़ते जाम से हारकर मानकर पुलिस के सिपाही भी प्रमुख चौराहों से गायब हो गए।
इन दिनों चारधाम यात्रा के चलते हरिद्वार में वाहनों का काफिला कई गुना बढ़ गया है, जबकि वीकेंड होने पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उप्र आदि राज्यों के शहरों से आने वाले यात्रियों की संख्या में अचानक ही इजाफा हो जाता है। इसके चलते प्रत्येक शुक्रवार से रविवार तक जाम की स्थिति रहती है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस व प्रशासन जाम से निजात को कोई योजना नहीं बना सका है। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के बीच तालमेल की कमी साफ तौर पर दिखाई पड़ रही है। आलम यह है कि रविवार को दिल्ली हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह से ही जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जो सोमवार को भी दिनभर जारी रही। सोमवार सुबह लोगों का वापसी क्रम शुरू हुआ तो करीब दस बजे जाम ने विकराल रूप ले लिया। भूपतवाला से हरिद्वार शहर पहुंचने पर यात्रियों को डेढ़ घंटे का समय लग गया। यही स्थिति दून जाने वालों की रही है। हरिद्वार से दून पहुंचने में तीन घंटे लग गए। जाम में सरकारी बसें, निजी बसें, वाहन व एंबुलेंस आदि फंसे रहे। जाम को देखते हुए वाहन स्वामियों ने पुल जटवाड़ा व बैरियर नंबर छह से वाहन निकालकर शहर के अंदर से निकलने की कोशिश की। इससे शहर के भीतर भी जाम लग गया। रेंग रेंग कर वाहन चलते रहे हैं। इस दौरान जाम में फंसे यात्री व हरिद्वारवासी पुलिस प्रशासन को कोसते नजर आए। वहीं उमस भरी गर्मी में बच्चे, बड़े सहित बुजुर्ग बिलख उठे।
ट्रेन पकड़ने को पैदल दौड़े
सोमवार को शहर में जबरदस्त जाम लग गया। वाहनों का काफिला एक घ्ाटे में 100 मीटर तक भी आगे नहीं बढ़ सका। इसके चलते जिन लोगों की ट्रेन हरिद्वार से थी, वो बस व वाहन को वहीं छोड़कर पैदल चलकर ही रेलवे स्टेशन पहुंचे। कुछ श्रद्धालुओं ने हाईवे पर ही वाहनों को छोड़ा और पैदल ही पंतद्वीप मैदान से होकर ब्रह्मकुंड पहुंचकर गंगा स्नान किया।
जीरो जोन में आटो-रिक्शा ने बढ़ाई परेशानी
एक ओर जहां हाईवे पर जाम में फंसकर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं पैदल यात्रियों को जीरो जोन में आटो-रिक्शा आदि संचालित होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पोस्टआफिस से आटो-रिक्शा संचालित होकर अपर रोड से हरकी पैड़ी तक पहुंचे। वहीं भीमगोड़ा बैरियर से भी बिना किसी रोक-टोक के आटो-रिक्शा हरकी पैड़ी तक संचालित होती नजर आई। इससे पैदल यात्रियों की परेशानी बढ़ी।