रातभर अंधेरे में रहे 185 गांव
जागरण संवाददाता, रुड़की: आंधी से पूरी रात छह बिजलीघरों की बिजली गुल रही, जिससे 185 गांव के लोगों को प
जागरण संवाददाता, रुड़की: आंधी से पूरी रात छह बिजलीघरों की बिजली गुल रही, जिससे 185 गांव के लोगों को पूरी रात अंधेरे में रहना पड़ा। शहरी क्षेत्र में भी रात्रि 11 बजे के बाद ही कई कॉलोनियों में बिजली आपूर्ति सुचारु हो पाई।
शुक्रवार की शाम को रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में आंधी के साथ बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। शहरी क्षेत्र में तो रात्रि दस बजे के बाद ऊर्जा निगम लाइनों को दुरुस्त करने में जुट गया। आदर्शनगर, रामनगर, सैनिक कॉलोनी, सोलानीपुरम समेत कई जगह तो रात्रि 11 बजे के बाद ही बिजली आपूर्ति बहाल हो पाई। हालांकि रात में भी बिजली के आने-जाने का क्रम बना रहा। डाडा जलालपुर से जुड़े डाडा पट्टी, फरखपुर, मानक मजरा, खेड़ी शिकोहपुर समेत बीस से अधिक गांव में शनिवार को सुबह 11 बजे ही बिजली आपूर्ति सुचारु हो पाई है। इसके अलावा बुग्गावाला में तो बिजलीघर पर जाने वाली लाइन पर ही पेड़ गिर गया। इसके चलते इस बुग्गावाला, बंजारेवाला, बुधवासईद समेत 23 से अधिक गांव में शाम छह बजे से लेकर शनिवार दोपहर डेढ़ बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। वहीं चुड़ियाला बिजलीघर से जुड़े बिनारसी, महेश्वरी, तेज्जूपुर, कुंजा बहादरपुर, सरठेड़ी समेत 12 से अधिक गांव में शनिवार सुबह 10 बजे आपूर्ति सुचारु हो पाई। एसडीओ भगवानपुर सजल कुमार ने बताया कि अधिकांश जगह बिजली की लाइनों पर पेड़ गिरे होने से आपूर्ति बाधित रही है। रात से ही पेड़ों को हटाने का काम चल रहा था। दूसरी ओर बेहड़ेकी सैदाबाद, झबरेड़ा, मख्दूमपुर बिजलीघर से जुड़े कई गांव में बिजली के खंभे ही टूट गए। एसडीओ मंगलौर अमित सक्सेना ने बताया कि अधिकांश जगह तो देर रात तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी थी, लेकिन कुछ फीडर रह गए थे, इन्हें सुबह के समय चालू किया है। ऊर्जा निगम रुड़की मंडल के उपमहाप्रबंधक अमित कुमार ने बताया कि आंधी की वजह से आपूर्ति पर सबसे अधिक असर पड़ रहा है। इससे रूटीन के मेंटीनेंस के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
दिन में सिविल लाइंस की बिजली गायब
दिन के समय सिविल लाइंस की बिजली भी गायब रही। ऊर्जा निगम की ओर से बताया कि जादूगर रोड पर एक ट्रांसफार्मर लगाने से शटडाउन लिया है। वहीं सिविल लाइंस में दोपहर के समय फाल्ट होने से काफी देर तक बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। इससे कारोबारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।