गुरुजी को बर्तन, राशन और रेकार्ड की ¨चता
जागरण संवाददाता, रुड़की: स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होने के साथ ही हेडमास्टरों को अब स्कूल
जागरण संवाददाता, रुड़की: स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होने के साथ ही हेडमास्टरों को अब स्कूल में रखे मिड डे मील के बर्तन, चावल और स्कूल रेकार्ड की सुरक्षा की ¨चता सताने लगी है। दरअसल, जिले के किसी भी प्राइमरी या जूनियर हाईस्कूल में एक भी चौकीदार तैनात नहीं है और हर साल छुट्टी के दिनों में स्कूल के ताले टूटते है। पिछले बार भी चोरों ने 16 प्राइमरी स्कूलों के ताले चटका दिए थे।
27 मई से जिले के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया। अब इन स्कूलों में ताले लटके हुए हैं, लेकिन इन स्कूलों की सुरक्षा को लेकर शिक्षकों की परेशानी बढ़ी हुई है। दरअसल, जिले में 676 प्राथमिक विद्यालयों में से अधिकांश स्कूल आबादी क्षेत्र से बाहर है। ऐसे में इन स्कूलों पर चोरों की नजर रहती है। पिछले साल ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान जिले के 16 प्राथमिक विद्यालयों के ताले तोड़कर चोरों ने मिड डे मील के बर्तन, स्कूल में लगे छत के पंखे आदि चोरी कर लिए गए थे। इस बारे में पुलिस में भी रिपोर्ट दर्ज हुई लेकिन चोरों का आज तक पता नहीं चल पाया। इसके अलावा, स्कूलों में बिजली के मीटर तोड़ने, हैंडपंप क्षतिग्रस्त करने के मामले तो अक्सर छुट्टी के दिनों में होते ही रहते है। किसी भी स्कूल में एक भी चौकीदार नहीं है। हेडमास्टर पूनम, ललित गुप्ता आदि ने बताया कि उन्हें तो हर समय अपने स्कूल की ¨चता लगी रहती है, इसलिए वह ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी बीच-बीच में जाकर अपने स्कूल को देखते हैं। साथ ही गांव वालों को भी इस बारे में जानकारी दी गई है।
स्कूलों की सुरक्षा इस समय सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए सभी हेड मास्टर से कहा गया है कि वह मिड डे मील के बर्तन, रसोई गैस आदि को भोजन माता की सुपुर्दगी में दे दें या ग्राम प्रधान आदि का सहयोग ले सकते हैं, ताकि बर्तन और स्कूली रेकार्ड आदि सुरक्षित रहें। इस बाबत सभी उप शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं।
रामेंद्र कुशवाहा, जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक)