तत्काल रेल टिकट बिक्री का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार
संवाद सूत्र, लक्सर: आरपीएफ ने लक्सर में अवैध तरीके से तत्काल टिकट बुकिंग कर मंहगे दाम पर बेचने के गो
संवाद सूत्र, लक्सर: आरपीएफ ने लक्सर में अवैध तरीके से तत्काल टिकट बुकिंग कर मंहगे दाम पर बेचने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है। आरपीएफ ने इस मामले में गोपनीय सूचना के आधार पर नगर स्थित एक साइबर कैफे पर छापामार उसके संचालक को गिरफ्तार करने के साथ ही कंप्यूटर, ¨प्रटर व तत्काल टिकटों को जब्त किया। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
लक्सर में दलालों के तत्काल टिकटों की बुकिंग कर बेचने को लेकर रेलवे विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थी। मंगलवार को भी नगर क्षेत्र में एक साइबर कैफे पर तत्काल टिकटों की बुकिंग का गोरखधंधा चलने की गोपनीय सूचना मिली। इस पर आरपीएफ निरीक्षक प्रमोद कुमार अवस्थी ने टीम के साथ घेराबंदी कर शिवपुरी कालोनी स्थित साइबर कैफे पर छापा मारा। छापेमारी की इस कार्रवाई में आरपीएफ टीम ने मौके से बनाए गए तत्काल टिकट बरामद किये। टिकटों के बाबत पूछे जाने पर साइबर कैफे संचालक कोई संतोषजनक जवाब नही दे सका। इस पर टीम आरोपी को थाने ले आई।
थाने लाकर सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना नाम राजीव पुत्र रूपराम निवासी शक्ति विहार कालोनी रुड़की बताया। आरपीएफ निरीक्षक प्रमोद कुमार अवस्थी ने बताया कि आरोपी युवक लक्सर की शिवपुरी कालोनी में कंप्यूटर सेंटर चलाता है। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर तत्काल टिकटों की बुकिंग व्यवसायिक ऐजेंटो के लिए सुबह साढ़े दस बजे से आरंभ होती है, जबकि सामान्य लोगों के लिए ई-टिकटों की बुकिंग इससे आधा घंटा पहले आरंभ हो जाती है। आरोपी राजीव अपनी यूजर आइडी से एडवांस में टिकटों की बु¨कग कर लेता था। इस तरह से बुक किए गए टिकटों को वह बाद में अधिक दाम (कमीशन) पर बेच दिया करता था।
रेलवे के नियमानुसार केवल अधिकृत एजेंट ही इस प्रकार दूसरे लोगों के लिए टिकटों की बुकिंग कर तत्काल टिकट प्राप्त कर सकते हैं तथा इन्हें रेलवे से निर्धारित कमीशन पर ही बेच सकते हैं। इसके विपरीत आरोपी राजीव इसके लिए रेलवे से कोई लाइसेंस इत्यादि न होने के बावजूद अवैध रूप से टिकटें बुक कर उन्हें बेच रहा था। आरपीएफ निरीक्षक ने बताया कि मौके से तत्काल टिकट के अलावा बुकिंग में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर, सीपीयू व ¨प्रटर इत्यादि को जब्त कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर उसे जेल भेज दिया गया।