तीन साल में नहीं चल पाए 56 किमी
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: वैसे तो हरिद्वार से देहरादून की दूरी 56 किलोमीटर है, लेकिन स्वास्थ्य विभा
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: वैसे तो हरिद्वार से देहरादून की दूरी 56 किलोमीटर है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को यह दूरी बेहद अधिक लगती है। यही कारण है कि करीब तीन साल बाद भी यूजर चार्ज की लिस्ट देहरादून से हरिद्वार नहीं आ सकी है। इसका नतीजा यह रहा कि यूजर चार्ज तय न होने से मेला अस्पताल में लगी मशीन धूल फांक रही है।
वर्ष 2013 में स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल में स्पाइनल एवं मर्सकुलर पेन के मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए तीन लाख की लागत की स्पाइनल कोलंब मशीन भेजी थी। इस मशीन को जिला अस्पताल में जगह न होने से मेला अस्पताल परिसर में रखा था। उम्मीद थी कि यह मशीन जल्द चालू होगी, जिससे मरीजों को लाभ मिल सकेगा। लेकिन यह योजना अधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही व सुस्ती से परवान नहीं चढ़ सकी। इसका कारण यूजर्स चार्ज की लिस्ट देहरादून मुख्यालय से हासिल न करना रहा है। दिन बीतते चले गए और मशीन को धूल फांकते हुए तीन साल बीत गए। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल में संसाधन होने के बाद भी मरीजों को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। साथ ही राजस्व के रूप में स्वास्थ्य महकमे को नुकसान झेलना पड़ रहा है।
यूजर्स चार्ज की दरें देहरादून से प्राप्त होनी थी। इसके लिए फिजियोथैरेपी अनुभाग में तैनात कर्मियों को कई बार कहा गया, लेकिन वह नहीं लाए। कर्मियों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। बिना चार्ज के मशीन को शुरू नहीं कर सकते हैं। जल्द ही मशीन शुरू होगी।
ज्योति बोहरा, सीएमएस, जिला अस्पताल